प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को छठवीं बार कोरोना काल के दौरान संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम अनलॉक 2 की तरफ बढ़ रहे हैं। साथ ही साथ हम एक ऐसे मौसम में प्रवेश कर रहे जहां पर सर्दी ,जुखाम, बुखार होना आम बात है। इसीलिए अपना ख्याल रखें। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बात सही है कि देश में लॉकडाउन और अन्य फैसलों के कारण देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले काफी नीचे है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि लापरवाही बढ़ना चिंता का कारण हो सकता है। उन्होंने कहा कि लोग मास्क लगाकर ही बाहर निकले। इसके साथ ही उन्होंने एक उदाहरण दिया कि अभी एक देश के प्रधानमंत्री के ऊपर 13000 का जुर्माना लग गया क्योंकि वह सार्वजनिक स्थल पर मास्क नहीं पहने हुए थे। हमारे देश के भी प्रशासन को ऐसा ही कुछ करना होगा। चाहे वह गांव का प्रधान हो या प्रधानमंत्री, सबको नियमों का पालन करना ही होगा।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते लॉकडाउन में 20 करोड़ जनधन खातों में 31000 करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं। सरकार ने 1,75,000 करोड रुपए का गरीब कल्याण पैकेज भी लाया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के किसानों के खातों में 18000 करोड़ पर सीधे जमा करवाए गए। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि देश के 80 करोड़ लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त दिया गया। इसमें 5 किलो चावल या आटा दिया गया। साथ ही 1 किलो दाल भी दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का विस्तार नवंबर तक कर दिया गया है। यानी कि मुफ्त में अनाज 80 करोड़ लोगों को नवंबर तक मिलेगा। इसके साथ ही 1 किलो चना भी अब मुफ्त मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे सरकार पर 90,000 करोड रुपए का खर्चा आएगा और अगर हम पिछले 3 महीने की खर्चों को जोड़ दें तो कुल खर्चा करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए का होगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने एक और घोषणा की कि अब देश में वन नेशन वन राशन कार्ड लागू होगा जिससे रोजगार के लिए अन्य प्रदेश में गए हुए गरीब को भी राशन मुफ्त में मिलेगा।आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसा हम इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि करदाता लगातार अपना टैक्स चुका रहे हैं। सिर्फ करदाताओं की वजह से ही यह मदद संभव हो पा रही है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि हमें लोकल के लिए वोकल भी होना है यानी कि उन्होंने एक बार फिर से आत्मनिर्भर भारत पर जोर दिया। साथ ही कहा कि हमें काम भी करते रहना है और आगे भी बढ़ना है। इसका अर्थ ये हुआ कि देश में अब और अधिक लॉकडाउन नहीं लगेगा। यानी हमें कोरोना के साथ जीना सीखना पड़ेगा। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आप सब के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं।