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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज क्या बोल सकतें हैं? पढ़िए रिपोर्ट

 

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के नाम अपना 11 वा संबोधन देंगे।  प्रधानमंत्री मोदी 2014 से अब तक कुल 10 बार देश को संबोधित कर चुके हैं और आज पीएम का 11 वा संबोधन होगा। वहीं पर लॉक डाउन के दौरान प्रधानमंत्री आज छठवीं बार देश को संबोधित करेंगे। आपको बता दें कि कल ही भारत सरकार ने 59 चाइनीज ऐप को बैन करने का फैसला लिया है जिसके बाद आज प्रधानमंत्री देश को संबोधित कर रहे हैं। इससे कई कयासों को बल मिल रहा है कि आखिर प्रधानमंत्री किन मुद्दों पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे? इसलिए सबकी नजरें टिकी हुई हैं। वहीं दूसरी बात इस संबोधन का मतलब थोड़ा हटके है। आमतौर पर हम देखे तो प्रधानमंत्री रात को 8:00 बजे देश को संबोधित करते हैं तो वहीं पर इस बार प्रधानमंत्री शाम 4:00 बजे देश को संबोधित कर रहे हैं। जाहिर है प्रधानमंत्री कोरोना की स्तिथि पर तो बोलेंगे ही साथ ही साथ आगे भारत की क्या रणनीति होने वाली है कोरोना को लेकर इन मुद्दों पर भी बोलेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री निश्चित तौर पर भारत और चाइना के विवाद पर भी बोलेंगे।

आपको बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच जो संघर्ष हुआ था उसमें 20 जवान भारत के शहीद हुए थे जबकि चाइना के भी 40 जवान मारे गए थे। इसके बाद ही भारत और चीन के बीच लगातार तनातनी बढ़ती ही जा रही है और इस घटना के ठीक दो हफ्तों बाद भारत सरकार ने 59 चाइनीस ऐप्स को बैन करने का फैसला लिया। आपको बता दें कि भारत सरकार के इस कदम से लोगों के मन में विश्वास है कि भारत सरकार जल्द ही और भी बड़े फैसले चीन के खिलाफ लेगी। भारत में चाइनीस प्रोडक्ट करने की मांग काफी लंबे समय से हो रही है लेकिन अब यह मांग रफ्तार पकड़ते हुए दिख रही है। वैसे भी प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भर बनने की सलाह महीने भर पहले ही दे दी थी। जिससे यह साफ हो गया था कि प्रधानमंत्री अब देश को उत्पादन के मामले में भी नंबर 1 बनाना चाह रहे हैं।

किन मुद्दों पर बोलेंगे?

वहीं पर कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल भारत सरकार ने फैसला लिया 59 चाइनीस ऐप को बैन करने का उसके संबंध में भी बोलेंगे। इसके साथ लोकल कंपनियों को प्रोत्साहित करेंगे। साथ ही कुछ बड़ी घोषणा भी करेंगे। इससे भी लोगों के मन में विश्वास है क्योंकि भारत ने जिन 59 ऐप्स को बैन किया है उनका रिप्लेसमेंट भी भारतीयों को चाहिए।

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