कौशिक, जन की बात
राजस्थान से अभी एक और ताजा समाचार प्राप्त हुआ कि सचिन पायलट कुछ ही देर में हाई कोर्ट पहुंचने वाले हैं। जहां पर उन्होंने स्पीकर द्वारा जारी नोटिस के लिए याचिका लगाई थी। बता दें कि कांग्रेस ने स्पीकर के जरिए सचिन पायलट समेत जिन विधायकों को नोटिस जारी किया था वह सभी अब हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं।
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य में अपनी पकड़ और मजबूत करते हुए सचिन पायलट की सदस्यता तक पर खतरे के संकेत दे चुके हैं। गहलोत ने एक दिन पहले ही पायलट पर निशाना भी साधा था। हालांकि, राहुल गांधी चाहते हैं कि सचिन पार्टी में बने रहें और इसीलिए उन्होंने पायलट को मनाने का जिम्मा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल को सौंपा है। बताया गया है कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत जारी है।
वहीं कपिल सिब्बल ने गुरुवार को पायलट को खरी खोटी सुनते हुए कहा कि, अगर सचिन पायलट भाजपा नहीं जॉइन कर रहे, तो मुझे लगता है कि हरियाणा के मानेसर के एक होटल में भाजपा की निगरानी में रखे गए उनके विधायक महज छुट्टियां मना रहे हैं। सिब्बल ने पूछा कि पायलट का ‘घर वापसी’ का क्या इरादा है?
वहीं अब एक और जानकारी मिल रही है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गहलोत बागियों को मनाने और सरकार बचाने के लिए मंत्रीमंडल विस्तार कर सकते हैं। राजस्थान सरकार में अब तक 25 मंत्री रहे हैं, पर 3 मंत्रियों के हटने के बाद मौजूदा समय में 22 मंत्रीपद भरे हैं। गहलोत अब मंत्रियों की संख्या बढ़ाकर 30 कर सकते हैं।