रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे मुंबई के जाने-माने वकीलों में आते हैं। सतीश मानशिंदे ने बॉलीवुड के कई सितारों का केस लड़ा है। जिसकी वजह से अब लगता है कि सतीश मानशिंदे पर भी बॉलीवुड के डायलॉग्स का असर दिखने लगा है।
आपने पुरानी कई फिल्मों में यह डायलॉग तो जरूर सुना होगा कि अगर प्यार करना गुनाह है तो मैं गुनहगार हूं, या प्यार करना गुनाह है तो मुझे सूली पर चढ़ा दो। बॉलीवुड में कई फिल्मों में ऐसे ही डायलॉग कलाकारों ने इस्तेमाल किए हैं।
रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे ने भी बॉलीवुड के कई नामचीन चेहरों के केस लड़ते-लड़ते बॉलीवुड के कुछ डायलॉग सीख लिए हैं तभी उन्होंने रिया के बचाव में कहा कि -“रिया गिरफ्तार होने के लिए तैयार है। अगर किसी से प्यार करना अपराध है तो वह इस प्यार का नतीजा भुगतेगी। वह निर्दोष है इसीलिए उसने मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस, ED, CBI और NCB का सामना किया, लेकिन अग्रिम जमानत के लिए किसी कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया” ।
सतीश मानशिंदे के बयान हिंदी फिल्म के डायलॉग से ज्यादा कुछ नहीं
सतीश मानशिंदे जैसे वरिष्ठ वकील को यह साफ पता है कि कोई भी सरकारी एजेंसी किसी को प्यार करने के लिए सजा नहीं सुनाती हैं। सारी एजेंसी सुशांत सिंह राजपूत की अस्मिक मौत और संदिग्ध हालात को लेकर जांच कर रही है। सवाल उठाने वाले भी सुशांत से प्यार करने वाले उनके परिवार वाले ही हैं।
सतीश मानशिंदे बयान को डायलॉग की तरह बताते वक्त यह भूल गए कि रिया चक्रवर्ती बिहार पुलिस की जांच में गायब हो गई थी और इनके द्वारा ही हलफनामा दाखिल किया गया था कि बिहार पुलिस को जांच नही करना चाहिए और मुंबई पुलिस को पूरी जिम्मेदारी दे देनी चाहिए।
अब बात करते हैं उनके दूसरे बयान की जिसमें उन्होंने कहा है कि रिया चक्रवर्ती ने किसी भी कोर्ट से अग्रिम जमानत के लिए दरवाजा नहीं खटखटाया है। अग्रिम जमानत तो किसी एक केस को लेकर दी जाती है, ना कि अलग-अलग एजेंसी द्वारा चलाए जा रहे हैं अलग-अलग केस को लेकर। ED जहां मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी की जांच कर रही है तो वहीं CBI मौत के पीछे की साजिश की सबूतों को तलाश रही है और वही NCB रिया के ड्रग्स चैट सामने आने के बाद, उनके द्वारा खरीद-फरोख्त और सेवन करने से लेकर सुशांत को चोरी छुपे देने के साजिश पर काम कर रही हैं ।