जन की बात की पूरी टीम अपने फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी के साथ इस वक्त बंगाल के प्रत्येक विधानसभा में जाकर जमीनी खबरें ला रही है। इस दौरान जन की बात के फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी हर दिन अलग-अलग विधानसभाओं में घूम रहे हैं। इस दौरान प्रदीप भंडारी पहुंचे कोलकाता और वहां पर उन्होंने कोलकाता के एक बाजार में जाकर लोगों से चुनाव पर उनकी राय जानने की कोशिश की। इसके साथ ही प्रदीप भंडारी ने कहा कि जन की बात की टीम 31 मार्च के पहले यह बता देगी कि बंगाल चुनाव में किसकी जीत होगी? यानी कि किस पार्टी का मुख्यमंत्री बनेगा? इसके बाद प्रदीप भंडारी बात करने के लिए जनता के पास गए। सबसे बड़ी चीज जो देखने को मिली वह देखने को मिली, कई लोग कैमरे पर आने से डर रहे थे। उन्होंने एक व्यक्ति से पूछा कि परिवर्तन होगा कि नहीं? तो उन्होंने कहा कि मैं यहां से हूं ही नहीं। इसके बाद उन्होंने एक महिला से बात की। महिला ने जवाब दिया और काफी तीखा जवाब दिया। महिला ने कहा कि कोई काम नहीं हुआ है। महिला ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी बोला कि स्वास्थ्य सुविधाएं यहां पर अच्छी नहीं है और परिवर्तन होना चाहिए। इसके साथ ही प्रदीप भंडारी ने एक व्यापारी से पूछा कि आप यहां पर क्या चाहते हैं परिवर्तन होगा या नहीं? उसने बोला कि यहां के लिए दीदी अच्छी हैं और परिवर्तन नहीं होगा। इसके बाद प्रदीप भंडारी एक और व्यापारी के पास पहुंचे और उनसे पूछा कि आप कितने साल से यहां पर दुकान लगाते हो? व्यापारी ने जवाब दिया कि वहां पर 5 साल से रेहड़ी पटरी की दुकान लगाता है। इस बार परिवर्तन होगा या नहीं होगा? इसपर व्यापारी ने बताया कि यहां पर बीजेपी की हवा अधिक है और 2019 से अधिक हवा बीजेपी की है। लेकिन टीएमसी भी अच्छी लड़ाई लड़ेगी और टीएमसी कांटे की लड़ाई लड़ रही है। यानी कि कह नहीं सकते लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से अधिक इस बार बीजेपी की हवा दिख रही है।
बातचीत के दौरान ही प्रदीप भंडारी ने दो युवक युवतियों से बात की। सबसे पहले तो युवक ने बोला कि वह प्रदीप भंडारी का फैन है। इसके बाद प्रदीप भंडारी ने उनसे पूछा कि बंगाल में क्या माहौल है? इस पर दोनों युवाओं ने जवाब दिया कि यहां पर भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी काफी अधिक है। इसके साथ ही उनको यह भी डर है कि वोटिंग भी अच्छे से होगी या नहीं होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि वह वोट देने जरूर जाएंगे। प्रदीप भंडारी ने कहा कि बंगाल में वोटिंग के दौरान गुंडागर्दी आम बात हो चुकी है, इसलिए लोगों के अंदर यह डर और जगह भी दिख रहा है कि वोटिंग शांति से होगी या नहीं।
इसके बाद प्रदीप भंडारी ने और लोगों से भी बात करने की कोशिश की लेकिन लोग कैमरे पर आने से डर रहे थे। वीडियो के अंत में प्रदीप भंडारी ने बताया कि बंगाल में इस बार टीएमसी के लिए लड़ाई आसान नहीं होने वाली है। इस बार लड़ाई कांटे की होगी और जन की बात 31 मार्च से पहले ही बताएगा कि बंगाल में किसका पलड़ा भारी है।