विपिन श्रीवास्तव
लगातार 7 बहस और सोशल मीडिया पर 7 दिन से लगातार नंबर 1 ट्रेंड हो रहे प्रदीप भंडारी के शो “जनता का मुकदमा” में आज की बहस बेहद रोचक रही, आज की बहस में बंगाल हिंसा पीड़ितों के मुद्दे को एक बार फिर उठाते हुए प्रदीप भंडारी ने इंडिया न्यूज पर जनता का मुकदमा लड़ा, और TMC के नेताओं से सीधे सवाल किये,
शो में प्रदीप ने दलीलें दी:
बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा से इनकार करने से क्या हिंसा की भयावाह तस्वीर बदलेगी ?
चुनाव बाद हुई हिंसा में हत्या और बलात्कार के आरोपियों पर ममता बैनर्जी को निष्पक्ष जांच की इजाजत देनी चाहिए ।
ममता के पीछे खड़े विपक्षी दलों को बंगाल हिंसा में TMC की कथित भूमिका पर स्टैंड लेना चाहिए ।
शो शुरू होते ही बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने लाइव देश की जनता को बताया कि बंगाल के हालात क्या हैं और वहां पीड़ितों के साथ क्या हो रहा है ।
शो में TMC के नेताओं से तीखे सवाल करते हुए प्रदीप भंडारी ने साफ कर दिया कि बंगाल पीड़ितों के इंसाफ की इस जंग में वो किसी भी प्रकार की ढिलाई नही करेंगे । लेकिन बहस का असली मोड़ तो तब आया जब प्रदीप भंडारी ने TMC नेता सुजाता मंडल से संविंधान के प्रियम्बल की पहली लाइन पूछी, और ताज्जुब की बात ये है की पक्षिम बंगाल के आरामबाग सीट से TMC की प्रत्याशी रह चुकीं सुजाता मंडल के पास कोई जवाब नही था । एक विधानसभा प्रत्याशी को संविधान के प्रियम्बल की पहली लाइन *We the People of India* न मालूम होना जितना ज्यादा चौकाने वाला है उससे भी ज्यादा हास्यपद है ।
सुजाता मंडल ने आज साबित कर दिया की TMC में किस तरह के नेताओं का जमावड़ा है जिन्हें संविंधान के पहले अक्षर भी नही पता, फिर हम देशवासी इस पार्टी और इनके नेताओं से संवैधानिक फैसलों और निर्णयों की अपेक्षा कैसे कर सकते है ।
इतना ही नही, अपने ज्ञान के अंधकार का पूर्ण प्रदर्शन करने के बाद सुजाता मंडल बौखला गईं और चीख चीख कर बहस को मुद्दे से भटकाने की कोशिश करने लगीं।
लेकिन प्रदीप भंडारी ने TMC का पूर्ण रूप से पर्दाफाश करते हुए देश की इस सबसे बड़ी बहस का मुद्दा बरकार रखा और TMC नेताओं से तीखे सवाल किए ।
आज सातवें दिन भी जनता का मुकदमा को देश भर की जनता से भरपूर समर्थन मिला, भारतीय सोशल मीडिया पर जहां #MamtaFaceVictims नम्बर वन पर ट्रेंड हुआ वहीं दूसरी तरफ डेली हंट एप्प पर शो को 40 लाख से ज्यादा लोगों ने लाइव देखा ।
शो के अंत में प्रदीप भंडारी ने देश की जनता से वादा किया कि जबतक वो बंगाल हिंसा के पीड़ितों को इंसाफ नही दिला देते तब तक उनकी यह मुहिम जारी रहेगी ।