आज कोलकाता हाईकोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया। बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर कोलकाता हाईकोर्ट ने पीड़ितों के पक्ष में फैसला सुनाया और इस फैसले से पीड़ितों के लिए न्याय की उम्मीद भी जागी। आपको बता दें कि कोलकाता हाई कोर्ट ने बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच अब सीबीआई को सौंप दी है। पीड़ित भी लगातार मांग कर रहे थे कि बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच कोई निष्पक्ष एजेंसि या फिर सीबीआई करें और अब कोलकाता हाई कोर्ट ने बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच सीबीआई को सौंप दी है।
आपको बता दें कि लगातार प्रदीप भंडारी भी बंगाल के पीड़ितों के लिए न्याय की आवाज बन कर आगे आ रहे थे और मांग कर रहे थे कि मामले की जांच सीबीआई करें। 19 जुलाई को जब जनता का मुकदमा शो इंडिया न्यूज़ पर लांच हुआ तो पहला मुकदमा ही बंगाल के पीड़ितों के लिए चला। अभिजीत सरकार के भाई और उनकी माता जी भी शो पर आई और उन्होंने अपने बेटे के लिए न्याय की मांग की। प्रदीप भंडारी ने भी वादा किया था कि वह तब तक नहीं रुकेंगे जब तक बंगाल के पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता। आज जब कोलकाता हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है इससे जनता की मुकदमा की भी जीत हुई है, जो लगातार बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के पीड़ितों के लिए आवाज उठा रहा था।
कोलकाता हाई कोर्ट के फैसले के बाद प्रदीप भंडारी ने कहा, ” मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि जनता का मुकद्दमा पर हम न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। जब अन्य लोग इस विषय पर बोलने से भी हिचकिचा रहे थे, #JantaKaMukadma ने बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के पीड़ितों के लिए लड़ाई लड़ी। जब नेशनल मीडिया ने हिंसा, बलात्कार, आगजनी की कई घटनाओं के बाद बंगाल में फैली भयावहता की कहानियों को दफन कर दिया, तो हमने चुनाव के बाद की हिंसा के पीड़ितों की आवाज बनने का वादा किया। आज हमारा अभियान रंग लाया है और आज सच की बहुत बड़ी जीत हुई है।