विपिन श्रीवास्तव ,जन की बात
पीलीभीत से लोकसभा संसद वरुण गांधी ने आज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किसानों की समस्याओं को लेकर एक पत्र लिखा । वरुण गांधी ने अपने पत्र के माध्यम से किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु कुल पांच बिंदुओं का एक पत्र लिखा ।
पत्र में लिखा गया है:
पिछले चार सालों में आपने किसानों के हित के लिए अनेक कदन उठाये हैं, जिसकी मैं सराहना करते हुए आपको साधुवाद देता हूं, पिछले दिनों मेरे लोकसभा क्षेत्र से किसानों का एक दल मुझसे आकर मिला । साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों के किसान भी अपनी समस्याओं को लेकर मुझसे मिला करते हैं ।
किसानों ने अपनी समस्याओं को मेरे माध्यम से आपके संज्ञान में लाने का अनुरोध किया है। किसानों की समस्याओं को लेकर मेरे कुछ सुझाव आपके विचार के लिए प्रेषित हैं । इसके बाद वरुण गांधी ने पांच प्रमुख बिंदुओं को मुख्यमंत्री के सामने अपने पत्र द्वारा रखा ।
उन्होंने लिखा कि मेरे संसदीय क्षेत्र में गन्ना की लागत बढ़ गयी है और पिछले चार सालों में गन्ने के रेट में मात्र दस रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है । परंतु आज भी इस सत्र का गन्ने का भुकतान किसानों को बकाया है । और साथ ही 2021-22 के सत्र में गन्ने का रेट बढ़ाकर 400 प्रति क्विंटल किया जाए । साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए लिखा कि इस सरकार ने पिछली सरकारों के मुकाबले गन्ने का भुगतान ज्यादा कराया है ।
अगले बिंदु में उन्होंने लिखा: प्रदेश में बटाईदार किसान अपना गन्ना मिलों को नही बेच पा रहे हैं जिसकी वजह से उन्हें मजबूरी में घाटा सहते हुए कोल्हू पर अपना गन्ना बेचना पड़ता है । उन्होंने अनुरोध किया कि बटाईदार किसानों को भी मिलों में गन्ना सप्लाई करने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए । आगे उन्होंने लिखा की उत्तर प्रदेश और मेरे क्षेत्र के किसानों की दूसरी महत्वपूर्ण फसल धान है अतः उनकी धान की फसल को सरकार एमएसपी पर खरीदने की व्यवस्था करे ।
आगे उन्होंने किसानों की तरफ से पत्र में लिखा कि किसानों ने अनुरोध किया है ग्रामीण इलाकों में नलकूप और आवासीय दोनो तरह की बिजली का रेट बहुत ज्यादा है, जिसकी वजह से उन्हें बिल का भुगतान करने में बहुत कठिनाई होती है, इसलिए समस्या को देखते हुए बिजली के रेटों में तत्काल कटौती कर किसानों को राहत प्रदान की जाए । वरुण गांधी ने आवारा ग्रामीण पशुओं की समस्या से अवगत कराते हुए लिखा की यह समस्या अब विकराल रूप ले चुकी है अतः इससे निजात के लिए गौशालाएं खोली जाएं और अन्य जरूरी कदम उठाएं जाएं ।
किसानों की बुनियादी समस्याओं को इंगित करता मेरा पत्र उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नाम, उम्मीद है कि भूमिपुत्रों की बात ज़रूर सुनी जाएगी; pic.twitter.com/4rw8AduP0y
— Varun Gandhi (@varungandhi80) September 12, 2021
अंत में उन्होंने पीएम किसान योजना का आभार प्रकट करते हुए लिखा है कि इस योजना की राशि को 6000 से बढ़ाकर 12000 रुपये प्रति वर्ष की जाए, जिसमे की राज्य सरकार 6000 रुपये प्रति वर्ष अतिरिक्त योगदान कर सकती है। देश में चल रहे उग्र किसान आंदोलन को देखते हुए वरुण गांधी का मुख्यमंत्री को यह पत्र काफी महत्वपूर्ण है । इस पत्र से समझ मे आता है की किसानों की असली समस्याएं क्या हैं और उनपर वाकई किस तरह के सार्थक कदम उठाए जा सकते हैं ।
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