ऋषभ, जन की बात
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कभी कभी पाकिस्तान के प्रवक्ता कहे जाने वाले फारूक अब्दुल्ला का पाकिस्तान के प्रति प्रेम एक बार फिर उमड़ता नजर आया। जोधपुर में उन्होंने पाकिस्तान से बातचीत के जरिए मसले हल करने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन तो चीन है उससे बातचीत की जा सकती है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं? फारूक अब्दुल्ला ने चिंता जताते हुए कहा कि मुस्लिमों पर हमले हो रहे हैं मस्जिद तोड़ी जा रही हैं अब तो हमें भी डर लगने लगा है हमारा क्या होगा?
एनसी प्रमुख अबदुल्ला ने एक बार फिर पाकिस्तान से बातचीत करने की पैरवी की है, उन्होंने तर्क दिया है कि भारत सरकार जब चीन से बात कर सकती है, तो पाकिस्तान से भी की जानी चाहिए. वे आज जोधपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे, वहीं पर उनकी तरफ से फिर भारत-पाकिस्तान मुद्दे पर बात की गई।
इससे पहले बीते दिनों फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर में शांति के लिए पाकिस्तान से बातचीत को जरूरी बताया था, उन्होंने कहा था कि भगवान न करे अगर इस बार भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ता है तो संभावना है कि परमाणु बम का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे में जम्मू-कश्मीर के लोगों को इस युद्ध का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
फारूक अबदुल्ला यहां विश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया की धन्यवाद सभा के आयोजन में शिकरत करने आये थे, यहां मंच पर वे प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत के साथ बैठे नजर आए। इस कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी उपस्थित थे। इसके अलावा भी विश्नोई संप्रदाय से जुड़े कई राजनेता व जनप्रतिनिधि भी इस आयोजन में शिरकत करने पहुंचे थे।