हिमानी जोशी, जन की बात
देश में इन दिनों हनुमान चालीसा विवाद सुर्खियों में बना हुआ है और यह विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा, इस पर अब सियासी सरगर्मी भी काफी तेज हो गई है. आपको पहले बता दें कि ये सारा विवाद महाराष्ट्र से ही शुरू हुआ था. इसके मूल में थे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे.
कैसे शुरू हुआ हनुमान चालीसा विवाद?
दरअसल, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना चीफ राज ठाकरे ने 1 अप्रैल को महाराष्ट्र में सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर एक मुहिम शुरू की थी. राज ने महाराष्ट्र सरकार से कहा था कि वो सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटवाएं. उन्होंने धमकी भी दी थी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो वो महाराष्ट्र सरकार के मुखिया उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. इसके बाद से ही इस विवाद का बढ़ना शुरू हुआ था.
राज ठाकरे के इस बयान के बाद हनुमान चालीसा विवाद ने एक राजनीतिक मोड़ ले लिया. राज ठाकरे की ही भांति अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने भी सीएम के निजी आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान किया। विवाद बढ़ता देख दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश भी दे दिया। फिलहाल मुंबई की सेशंस कोर्ट से जमानत मिलने के बाद नवनीत राणा भायखला जेल से बाहर आ गई हैं। उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए जेजे अस्पताल ले जाया जा रहा है.
शिवसेना ने किया पलटवार
राज ठाकरे के इन बयानों के बाद संजय राउत ने पलटवार करते हुए कहा, ‘लोगों ने सोचा यह भाजपा का कार्यक्रम था…’ उन्होंने राज ठाकरे की मस्जिदों में लाउडस्पीकर हटाने की टिप्पणी पर कहा कि महाराष्ट्र में देश का कानून कायम है। गृह मंत्री सब कुछ कानून के अनुसार करेंगे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘राज ठाकरे कल मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों को हटाने की बात कर रहे थे. पहले देखिए, कौन से बीजेपी शासित राज्यों में अजान बंद हो गई. कहां मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं… यह महाराष्ट्र है, जहां देश के कानून का पालन किया जाता है
राज ने दिया लाउडस्पीकर अल्टीमेट
औरंगाबाद की रैली में राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने अल्टीमेट देते हुए कहा था,” कल 2 मई है, 3 मई को ईद है इसके बाद 4 मई को हम नहीं सुनेंगे. जहां-जहां लाउडस्पीकर लगे हुए हैं, वहां हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा”. उसके बाद नियमों के उल्लंघन के आरोप में राज ठाकरे और उनके आयोजकों के खिलाफ औरंगाबाद के पुलिस स्टेशन में केस दर्ज हुआ था. रैली के दौरान राज ठाकरे पर कई नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया था. जिस में भड़काऊ भाषण देने और तय संख्या से ज्यादा लोगों को बुलाने का आरोप है.
घर और मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें: संजय राउत
इसके बाद सोमवार को शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा था कि हनुमान चालीसा के नाम पर देश का माहौल खराब मत कीजिए. किसी दूसरे के घर जाकर चालीसा पढ़कर माहौल खराब करना गलत है, आप अपने घर और मंदिरों में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें.
राज ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज
राज ठाकरे के खिलाफ औरंगाबाद में केस दर्ज किया गया औरंगाबाद में 1 मई को हुई राज ठाकरे की सभा को देखने के बाद मनसे प्रमुख और आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. मामला सिटी चौक से थाने में दर्ज किया गया है. इससे पहले पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली जिले की एक अदालत ने 14 साल पुराने एक मामले में मनसे प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है.
A case registered in Aurangabad against MNS chief Raj Thackeray and organisers of a public rally where Thackeray delivered a speech on May 1st. Police registered the case after seeing the videos of his public rally.
(File photo) pic.twitter.com/4wa9GAPHg3
— ANI (@ANI) May 3, 2022
ईद में ना बजाएं हनुमान चालीसा: राज ठाकरे
ईद के दिन अपने अल्टीमेट को बदलते हुए राज ठाकरे ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा- कल ईद है। मैं इस बार में संभाजीनगर की रैली में भी बोल चुका हूं। मुसलमानों का ये त्योहार खुशी से मनाया जाना चाहिए। जैसा कि चर्चा हुई है, कृप्या अक्षय तृतिया पर आरती ना बजाएं, साथ ही साथ किसी भी धर्म की खुशियों में बाधा ना बनें। लाउड स्पीकर एक सामाजिक मुद्दा है जिसका धर्म से कोई लेना देना नहीं है। मैं अपने अगले ट्वीट में इस बारे में आगे की रणनीति बताऊंगा।
Appeal to Maharashtra Sainik's… pic.twitter.com/sTzbTI14Qu
— Raj Thackeray (@RajThackeray) May 2, 2022
मनसे कार्यकर्ताओं ने बजाई हनुमान चालीसा
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर के मुद्दे पर राज्य सरकार को घिरते हुए मनसे चीफ राज ठाकरे ने कहा है कि जब तक समूचे राष्ट्र की मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं उतरते हैं तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि यह धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक मसला है. यदि सरकार या दूसरा पक्ष उनकी बातों को नहीं मानता है तो वह भी उसको उसीकी भाषा में जवाब देंगे.
इससे पहले बुधवार को (4 मई) को मुंबई के चारकोप इलाके में एक मस्जिद के पास हनुमान चालीसा बजाई गई. इसको लेकर राज ठाकरे ने पत्र भी जारी किया था. पत्र में उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे बुधवार को जहां भी “अजान” सुने वे वहां लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएं. उन्होंने अजान की आवाज सुनने पर 100 नंबर डायल कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को भी कहा है.
Appeal to all pic.twitter.com/ptN8sLUA8Z
— Raj Thackeray (@RajThackeray) May 3, 2022
राज ठाकरे माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं: संजय राउत
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने राज ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राज्य में कोई भी गैरकानूनी लाउडस्पीकर नहीं चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राज ठाकरे माहौल खराब करने की कोशिश कर है। पूरे देश में लाउडस्पीकर को लेकर कानून बना है उसका पालन महाराष्ट्र में भी किया जा रहा है। संजय राउत ने ये भी कहा है कि शिवसेना ही असली हिंदुत्व है। उनका कहना है कि बाल ठाकरे और वीर सावरकर ने ही देश को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाया। राज्य में कहीं भी विरोध प्रदर्शन नहीं हो रहा है।
There is peace in Maharashtra and no protest is happening in the state. No illegal loudspeakers running in the state… Bal Thackeray & Veer Savarkar are the ones who taught Hindutva to the country. Shiv Sena's school of Hindutva is original: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/LTFfewECEG
— ANI (@ANI) May 4, 2022