Voice Of The People

ऐसा क्या हुआ कि पीर अली कादरी बीच में ही जनता का मुकदमा छोड़ कर चले गए, जानें

शुक्रवार को प्रदीप भंडारी के शो जनता का मुकदमा पर आए एक्स मुस्लिम साहिल और एक्स मुस्लिम सलीम ने मौलाना पीर अली कादरी से इस्लाम धर्म को लेकर कुछ सवाल पूछे.

अपने शो में बहस की शुरुआत करते हुए प्रदीप भंडारी ने पीर अली कादरी से सवाल किया कि,’कुछ ऐसे स्क्रिप्चर में कट्टरपंथी सोच और कुछ स्क्रिप्चर ऐसे हैं जो दोबारा सुधारी नहीं जा सकती जिसके कारण एक्स मुस्लिम साहिल और समीर को इस्लाम छोड़ना पड़ा. इसमें मौलाना पीर अली कादरी जी आप क्या कहना चाहते हैं?

कादरी ने जवाब दिया कि,’हमारा देश स्वतंत्र है यहां कौन क्या मजहब अपना आएगा और किस मजहब के अंदर जाएगा, क्या खाएगा उसकी आजादी सबको है. आपके साथ जो बैठा है वह भी इस देश का नागरिक है उस हिसाब से उसको पूरी आजादी है कि वह किसी भी धर्म को अपना सकता है. और जिस फतवे की यह बात कर रहे थे इलियास शरफुद्दीन के बारे में. फतवा एक अलग चीज है , शरई हुकुम एक अलग चीज है. जिसने ला इलाहा….पढ़ लिया वह मुसलमान है इस हिसाब से इलियास शरफुद्दीन साहब हो या अली कादरी हो यह मुसलमान है इसमें कोई दोराय नहीं है.

*अली कादरी जब जवाब नहीं दे पाए तो अभद्र भाषा का प्रयोग करके शो छोड़कर चले गए*

प्रदीप भंडारी ने सवाल किया कि, ‘मौलाना पीर अली कादरी जी आप वरिष्ठ इस्लामिक स्कॉलर हैं और मैं जानता हूं आपके तर्क सही होंगे, अगर साहिल गलत बात कर रहा है तो आपके तर्क इसको बेनकाब कर देंगे?’

अली कादरी ने जवाब देते हुए कहा कि,’अच्छे-अच्छे आकर चले गए इस बच्चे से क्या बात करें, जिसने इस्लाम धर्म में रहते हुए भी इस्लाम को छोड़ दिया उस शख्स से बात करना हम अपनी तौहीन समझते हैं.

जब साहिल ने पूछा कि क्या हमें जीने का हक नहीं है? गुस्से मैं आकर पीर अली कादरी ने कहा कि “तू मर जा’ मुझे क्या करना है. कादरी जी इस कदर गुस्से में आ गए कि वह तू-तड़ाक की भाषा पर उतर गए और साहिल को कहने लगे ‘तू चुप हो जा’,  ‘बकवास मत कर’, ‘पागल है तू’. तू कोई भी धर्म अपना ले हमें कोई फर्क नहीं पड़ता तेरे जैसे हजारों आए और चले गए.

अंत में जब पीर अली कादरी एक्स मुस्लिम साहिल के सवालों का जवाब नहीं दे पाए तो अभद्र भाषा में उतर आए और जनता का मुकदमा शो को बीच में ही छोड़ कर चले गए.

 

SHARE

Must Read

Latest