राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समन को लेकर कांग्रेस देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है. गुरुवार को तेलंगाना, तामिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में कांग्रेस नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इसी दौरान हैदराबाद में ईडी की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने एक पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़ लिया. अपने शो जनता का मुकदमा में शो के होश प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस की इसी बौखलाहट पर डिबेट की.
प्रदीप भंडारी ने कहा की,’मैं एक ट्रेंड का निरीक्षण कर रहा हूं. कांग्रेस पार्टी के नेताओं को अंदर से समझ आ गया है कि राहुल गांधी के खिलाफ ED का केस हल्का नहीं काफी पुख्ता है. मैंने पहले ही दिन आपको कहा था कि दाल में कुछ काला नहीं पूरी दाल ही काली है.’
राहुल गांधी की कंपनी यंग इंडिया का सोर्स ऑफ इनकम किसी को नहीं पता, 90 करोड़ का लोन कांग्रेस ने कब दिया किसी को नहीं पता, कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों की कंपनी को राहुल गांधी जी, सोनिया गांधी जी की कंपनी में क्यों तब्दील किया किसी को नहीं पता. और इसलिए क्योंकि तथ्य इतने पुख्ता हैं तो कांग्रेस के खेमे में घबराहट उतनी ही ज्यादा है. इस घबराहट में जहां वरिष्ठ कांग्रेस के नेता, मुख्यमंत्री, राहुल गांधी और सोनिया गांधी के सामने राजनीतिक नंबर बनाने के लिए अपने राज्य को छोड़कर दिल्ली में भ्रष्टाचार बचाओ धरने में बैठे हैं वहीं रेणुका चौधरी जी अपनी गुंडों वाली मानसिकता को राहुल गांधी के बचाव में गुंडों वाली प्रवती को पारदर्शिता कर डाला .
हैदराबाद में पुलिस वाले की कॉलर पकड़ी और धक्का देने की कोशिश करी. आपको याद है कैसे दिग्विजय सिंह ने 2015 केंद्रीय बल के जवान को धक्का देने की कोशिश की थी? तो जब भी कांग्रेस की पोल खुलती है या उसके महान नेता के गैर कानूनी काम उजागर होते हैं, तो यह धमकाऊ राजनीति करते हुए सड़कों पर आ जाती है एक स्ट्रेटजी के तहत ऐसे ही नहीं. और यह काफी नहीं था तो सूत्रों के हिसाब से राहुल गांधी ने स्वर्गीय मोतीलाल वोहरा जी के माथे पर ही पूरा हवाला आरोप का ठीकरा फोड़ दिया, जो गांधी परिवार के सबसे बड़े वफादार थे. राहुल गांधी जी अपनी नैया बचाने के लिए उनकी नैया डुबाने में लगे हैं. इसीलिए आज मेरी दो मांग है-
1- सविधान बचाने के लिए और कानून की रक्षा के लिए रेणुका चौधरी जी की पुलिस वाले का कॉलर पकड़ने के लिए गिरफ्तारी हो
2- दूसरा सुझाव कांग्रेस नेताओं से है कि आप कितनी भी चप्पल घिस लें, दिल्ली में राहुल जी और गांधीजी परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ता है. जैसे मोतीलाल वोरा जी का नाम धकेला कल क्या पता आपकी ही वफादारी को भी यह परिवार दरकिनार कर दे.
'Congress is getting desperate! Their leaders are resorting to violence and grabbing cops by their collar because they know their leader #RahulGandhi can't be saved' –
Pradeep Bhandari's DALEEL on #CongViolenceStrategy debate on @IndiaNews_itv.@pradip103 #NationalHeraldCase pic.twitter.com/mtFI5ZTV1H
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) June 16, 2022