ऑल्ट न्यूज़ के सहसंस्थापक मुहम्मद ज़ुबैर को आज दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी IPC के धारा 153/295 के तहत हुई है। डीसीपी के. पी. एस. मलहोत्रा ने बताया कि मुहम्मद ज़ुबैर की गिरफ्तारी सामाजिक समन्वय बिगाड़ने वाले ट्वीट करने के कारण हुई है। इसके बारे में इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) को एक यूजर ने आगाह किया था।
डीसीपी के. पी. एस. मलहोत्रा ने आगे बताया कि ज़ुबैर पर IPC की धारा 153 A (धर्म, जाती और भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 295 A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भाग्यपूर्ण कार्य) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
डीसीपी मल्होत्रा ने आगे बताया कि जुबैर को आज सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था और सारे सबूत इकट्ठा करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लाया गया है। अब उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश करके आगे के जांच के लिए पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी।
मुहम्मद ज़ुबैर के गिरफ्तारी के बाद से बिपक्ष के कई नेताओं ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि “बीजेपी की नफरत, कट्टरता और झूठ को उजागर करने वाला हर शख्स उनके लिए खतरा है। सत्य की एक आवाज को गिरफ्तार करने से 1000 आवाज़ और पैदा होंगे। अत्याचार पर सत्य की हमेशा जीत होती है।”
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि मुहम्मद ज़ुबैर को गिरफ्तार करना सच्चाई पर हमला है। उसे तत्काल रिहा किया जाना चाहिए। कार्थी चिदंबरम ने कहा कि संस्थागत पतन और कब्जा ने स्वतंत्रता और लोकतंत्र को मौत का झटका दिया है।