फीफा द्वारा अखिल भारतीय फुटबॉल एसोसिएशन (AIFF) को सस्पेंड किए जाने के बाद से ही खेल जगत में हलचल है. इस सस्पेंशन की वजह से भारत में होने वाले अंडर-17 महिला वर्ल्डकप की मेजबानी भी खतरे में आ गई है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि वह इस सस्पेंशन को हटवाने में तेज़ी से एक्शन ले और मामले में अगुवाई करे।
बुधवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने भारतीय फुटबॉल के भविष्य को लेकर मुकदमा किया।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि, “कल रात से मुझे कॉल मैसेजेस फुटबॉल खिलाड़ियों से आ रहे हैं कि वह अचंभित हैं, गुस्से में हैं की FIFA ने ऑल इंडिया को बैन कर दिया है जिससे भारत में अक्टूबर में होने वाले FIFA अंडर-17 विमेन वर्ल्ड कप का भविष्य अंधेरे में पड़ गया है। मैं सभी फुटबॉल फैन को कहना चाहता हूं “हिम्मत मत हारिए”।
आज मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बोला है कि वह बात कर रहे हैं और बातचीत सफल हो सकती है। पर दोस्तों और फुटबॉल प्रेमियों यह बात सिर्फ फुटबॉल की नहीं है यह बात हमारे देश के सम्मान की है, यह बात भारत की है। यह फुटबॉल के खिलाड़ियों के भविष्य की बात है जो सुबह, शाम, रात, दिन खून पसीना बहा कर अपने देश का नाम रोशन करते हैं, यह बात उन प्रशिक्षक की है जिन्होंने सब कुछ त्याग कर देश को दिया है, यह हर उस फैन की बात है जिसका दिल सिर्फ यही कहता है “इंडिया”। हर देशवासी को इससे फर्क पड़ना चाहिए, गुस्सा होना चाहिए क्योंकि राजनीति और एक आदमी के लालच ने देश के फुटबॉल खिलाड़ियों के भविष्य को गिरवी रख दिया।
कल ही मैंने आपको प्रफुल्ल पटेल पूर्व अध्यक्ष ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन का एक ऑडियो टेप सुनाया था जिसमें सामने आया कैसे वह लॉबी कर रहे थे अपने स्टेट एसोसिएशन के दोस्तों के साथ जिन्होंने प्रफुल्ल पटेल के साथ मिलकर 13 साल में इंडियन फुटबॉल एडमिन को गड्ढे में डालने का काम किया है।
आज मैं आपको एक लेटर दिखाता हूं जो लेटर प्रफुल्ल पटेल ने लिखा है, ठीक 6 दिन बाद जब उनको सुप्रीम कोर्ट ने अपने पद से हटाया था जो उन्होंने लिखा फीफा को लिखा इस लेटर में प्रफुल्ल पटेल कहते हैं- “जैसे FIFA ने पहले पाकिस्तान को ‘तीसरे पक्ष के प्रभाव’ के लिए निलंबित कर दिया था, भारत में भी फुटबॉल की स्तिथि पाकिस्तान जैसी ही है”।
प्रफुल्ल पटेल ने अपने पद के लालच के लिए हमारे देश की तुल्लना पाकिस्तान से की और जब FIFA ने प्रतिबंध लगाया इंडिया पर तब भी FIFA एग्जीक्यूटिव काउंसिल के पद से इस्तीफा देना तो बहुत दूर की बात, उन्होंने चुप्पी साध ली। बड़े शर्म की बात है।
दोस्ती मुझे विश्वास है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जिन्होंने जुलाई 2020 FIFA अंडर-17 वर्ल्ड कप होस्ट करने के लिए गारंटी दी थी, वह FIFA प्रतिबंध को भी हटवा देंगे। लेकिन प्रफुल्ल पटेल को अपने देश के भविष्य को अपनी कुर्सी से नीचे रखने के लिए और हमारे देश के मान- सम्मान के साथ समझौता करने की कोशिश के आरोप में आप पर कार्यवाही होनी चाहिए और आपको उस कार्यवाही का सामना करना चाहिए।
FIFA से इंडिया को बैन करवाने वाले प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ @pradip103 की दलील: प्रफुल्ल पटेल पर होनी चाहिए कार्रवाई और जांच #FIFARevokeBan #FIFABan #prafulpatel #PrafulPatelAudioTape #FIFABanScandal @jankibaat1 pic.twitter.com/51uL6CJj58
— India News (@IndiaNews_itv) August 17, 2022