महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बिहार में जदयू पार्टी के अंदर ही बगावत फूटने लग गई है । जदयू विधायक बीमा भारती ने नई सरकार की मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ हल्ला बोल दिया है । बीमा भारती ने कहा खाद्य और उपभोक्ता मामलों की मंत्री लेसी सिंह पर जबरन वसूली और हत्या में शामिल होने का आरोप है, फिर उन्हें ये पद क्यों दिया गया ।
बताते चलें की बीमा भारती बिहार के पूर्णिया के रूपौली विधानसभा क्षेत्र से जदयू विधायक हैं, और काफी लोकप्रिय भी हैं। नीतीश कुमार ने इस महागठबंधन ने 16 अगस्त को मंत्रिमंडल का विस्तार किया था, इस कैबिनेट विस्तार में राजद के हिस्से में सोलह पद आए थे।
राजद से तेज प्रताप यादव, आलोक मेहता, सुरेंद्र प्रसाद यादव, रमानंद यादव, कुमार सर्वजीत, ललित यादव, समीर कुमार, चंद्रशेखर, जितेंद्र कुमार राय, अनीता देवी, सुधाकर सिंह, इसराइल मंसूरी, सुरेंद्र राम, कार्तिकेय सिंह, शहनवाज आलम, शमीम अहमद ने मंत्रिपद की शपथ ली ।
मंत्रिमंडल विस्तार में जदयू से ग्यारह मंत्री बनाए गए थे तो वहीं कांग्रेस के दो विधायकों और एक निर्दलीय ने भी मंत्रिपद की शपथ ली थी. जदयू से विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, संजय झा, मदन सहनी, शीला कुमारी, सुनील कुमार,मोहम्मद जमा खान, जयंत राज मंत्री बने थे तो वहीं कांग्रेस से आफाक आलम, मुरारी गौतम और हम के संतोष कुमार के साथ ही निर्दलीय सुमित कुमार सिंह को भी मंत्री बनाया गया था ।
बिहार नई महागठबंधन की सरकार जरूर बन गई है, लेकिन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सूत्रों की माने तो जेडीयू में अभी चार से पांच विधायकों की नाराजगी की खबर हवा में तैर ही रही है ।
बीमा भारती ने पार्टी नेतृत्व को चेतावनी भी दी है कि अगर लेसी सिंह को मंत्रिमंडल से नहीं हटाया गया तो वह पार्टी से इस्तीफा दे देगी, उन्होंने कहा कि ऐसे लोग पार्टी को दीमक की तरह खा रहे हैं । बीमा भारती ने आरोप लगाते हुए कहा कि लेसी सिंह ने पूर्णिया में दहशत फैला रखा है , लेसी सिंह ने कई मर्डर भी किए हैं।
जदयू विधायक बीमा भारती का आरोप है कि लेसी सिंह पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ भ्रष्टाचार में भी लिप्त हैं, इसके बावजूद उन्हें मंत्री बनाने का क्या मतलब है , अगर लेसी सिंह में दम है तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ कर देखे , इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच देखना ये होगा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या निर्णय लेते हैं।