प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूस के व्लादिवोस्तोक में आयोजित होने वाले पूर्वी आर्थिक मंच 2022 के पूर्ण सत्र को वस्तुतः संबोधित किया, जहां उन्होंने कहा कि भारत ने पूरी दुनिया को “आशा का गुलदस्ता” दिया है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इस बुके में लोकतंत्र के प्रति विश्वास, 21वीं सदी को सशक्त बनाने की तकनीक और हम भारतीयों की प्रतिभा और स्वभाव शामिल हैं। भारतीय वाणिज्य दूतावास इस महीने व्लादिवोस्तोक में अपनी स्थापना के 30 साल पूरे करेगा। भारत इस शहर में वाणिज्य दूतावास खोलने वाला पहला देश था।
पीएम मोदी ने आगे अपने संबोधन के दौरान कहा कि 2015 में स्थापित पूर्वी आर्थिक मंच रूसी सुदूर-पूर्व के विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का प्राथमिक मंच बन गया है। इस प्रकार, मैं रूसी राष्ट्रपति पुतिन की उनके विजन के लिए सराहना और बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने टिप्पणी की कि यूक्रेन संघर्ष और COVID महामारी का वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर बड़ा प्रभाव पड़ा है और खाद्यान्न, उर्वरक और ईंधन की कमी विकासशील देशों के लिए चिंता का विषय है। आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष की शुरुआत से ही, हमने कूटनीति और बातचीत का रास्ता अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया है। हम इस संघर्ष को समाप्त करने के सभी शांतिपूर्ण प्रयासों का समर्थन करते हैं।