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क्या हिंदुओं को अपने धर्म के खिलाफ़ बोलने वालों के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार नहीं है- प्रदीप भंडारी की दलील

फिल्मस्टार ओर बॉलीवुड के मशहूर जोड़ी रणबीर कपूर और आलिया भट्ट मंगलवार शाम को महाकाल मंदिर के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे। यहां उनके आने से पहले ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता काले झंडे दिखाने के इरादे से विरोध करने महाकाल मंदिर के द्वार पर जोरदार हंगामा किया। बजरंग दल कार्यकर्ताओं का कहना है कि रणबीर कपूर खुद बता चुके हैं कि वे बीफ खाते हैं। ऐसे में बीफ खाने वालों को मंदिर में कैसे प्रवेश दिया जा रहा है।

गुरुवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इसी मुद्दे पर आज का मुकदमा किया।

प्रदीप भंडारी ने कहा कि, रणबीर आलिया हो या बॉलीवुड का कोई भी सुपरस्टार हो वह उतने ही इंपॉर्टेंट है जितना इस देश का कॉमन मैन है। रणबीर कपूर को लगता है कि बीफ खाना उनका अधिकार है तो प्रदर्शनकारियों का भी अधिकार है कि अगर उन्हें रणवीर के बीफ खाने से दिक्कत है तो वह शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर सकते हैं।

मध्य प्रदेश की सरकार से मैं पूछना चाहता हूं कि जब आपने स्पेशल सुरक्षा और वीआईपी ट्रीटमेंट रणवीर ,आलिया और अयान मुखर्जी को दी थी, उसके बाद भी प्रदर्शनकारियों पर आपने लाठी क्यों बरसाई? आपने उन्हे इतने थप्पड़ क्यों जड़े और उनके साथ जानवरों जैसा बर्ताव क्यों किया? अगर लॉ एंड ऑर्डर की दिक्कत थी तो आपने इजाज़त क्यों दी?

क्योंकि वो रणबीर कपूर और आलिया नहीं है , इस देश का कॉमन हिंदू है तो क्या उसे मारा जाएगा और उसके साथ जानवरों जैसा बर्ताव किया जाएगा? आपको फिल्में करनी है करो, एंटरटेनमेंट करना है करो लेकिन हमारी सभ्यता का मजाक मत उड़ाओ और मंदिर को PR स्टंट के रूप में इस्तेमाल मत करो।

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