साउथ सुपरस्टार प्रभास की अपकमिंग मूवी आदिपुरुष का फर्स्ट लुक रिलीज होते ही विवाद शुरू हो गया है। फिल्म में रावण के रोल में दिख रहे सैफ अली खान और हनुमान बने देवदत्त गजानन नागे के लुक को लेकर नाराजगी जाहिर की जा रही है। मंगलवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इस मुद्दे पर आज का मुकदमा किया।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि, हिंदू धर्म को मानने वालों को बहुत बड़ी चोट लगी जब उन्होंने आदिपुरुष की एक झलक देखी। मैं बॉलीवुड फिल्म बैन करने के पक्ष में नहीं हूं, पर मैं सवाल ये उठाना चाहता हूं कि शिव भक्त रावण को जब दिखाया गया तो उसको एक मुगलाई कैमूर का रूप क्यों दिया गया? रावण के माथे पर त्रिपुंड था, रावण जनेऊधारी था, उसके सिर पर मुकुट था उसकी मूछें थी पर जो दिखाया गया वह एक मुगलाई रावण दिखाया।
जब आप हिंदू देवी देवताओं की आस्था से जुड़े रामायण को बना रहे थे तो उसका मूल भाव क्यों बदला गया? राम भगवान धर्म के पात्र थे उनके चेहरे पर गुस्सा और क्रोध कैसे? राम भगवान खड़ाऊ पहनते थे पर आपने राम भगवान और हनुमान भगवान को आपने चमड़ा पहना दिया।
'Creative liberty doesn't give you the right to distort characters of Ramayana' –
Pradeep Bhandari's DALEEL on #AdipurushControversy debate on tonight's edition of @JMukadma on @IndiaNews_itv.#Adipursh @pradip103 pic.twitter.com/tgKcunu3Hd
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) October 4, 2022
प्रदीप भंडारी ने आगे कहा की, आप क्या इतनी छूट किसी दूसरे धर्म के साथ ले सकते थे? वहां तो अगर आप लिखित शब्द को ही कोट करते हो तो सर तन से जुदा की धमकी आ जाती हैं।
रामायण कोई VFX फिल्म नहीं कोई काल्पनिक नहीं ये हमारे धर्म की बात हैं, और क्या 500 करोड़ की पिक्चर बनाते वक्त इनकी बारीकियों का खयाल नहीं रखा गया। भगवान राम की रामायण आपके एक तरफ, और मुगलाई रावण आपके दूसरे तरफ अब चुनना आपको है की आने वाली पीढ़ी किसको याद रखे।