बॉलीवुड एक्टऱ प्रभास और सैफ अली खान की अपकमिंग फिल्म ‘आदिपुरुष’ टीजर रिलीज के बाद से ही लगातार सुर्खियों में छाई हुई है. फिल्म में सैफ अली खान के लुक को लेकर उठे विवाद का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इसके अलावा आदिपुरुष के हनुमान के लुक की भी जमकर आलोचना हो रही है। गुरुवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने फिल्म आदिपुरुष पर हो रहे विवाद के पीछे की असली वजह बताई।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि, भगवान राम हमारे सनातन संस्कृति की मूल धरोहर है वह कोई काल्पनिक पात्र नहीं जिनको तोड़ मरोड़ के आगे वाली पीढ़ी के सामने प्रस्तुत किया जाए, बाजारीकरण के फायदे के लिए। जैसे दूसरे धर्म के लिए उनके भगवान प्रिय है वैसे ही हमारे लिए राम भगवान है , और हमारी मूल धरोहर के साथ ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसकी इजाजत हमारा संविधान भी नहीं देता है।
सवाल यह हैं दोस्तों जब हिंदू परिवार में एक बच्चा बड़ा होता है तो उसे रामायण के बारे में बताया जाता है, कई लोगों ने इससे पहले हमारे भगवानों को अपनी फिल्मों में प्रस्तुत किया है, जापान में भी हमारे भगवानों को दिखाया गया है, हमें दिक्कत नहीं हुई क्योंकि उन्होंने इज्जत से सब किया उन्होंने भगवान राम को राम के ही रूप में दिखाया।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि हमे, फिल्म आदि पुरुष से दिक्कत इसीलिए है क्योंकि जब कोई डायरेक्टर 500 करोड़ की फिल्म बना रहा है तो उसे छोटी चीजों का ध्यान रखना चाहिए भगवान राम और हनुमान को भगवान के ही रूप में दिखाया जाए। फिल्म में दिखाया गया रावण कोई मुगलाई रावण नहीं है फिल्म में यह किरदार उसे दिया गया जो तैमूर और औरंगजेब को अपना मसीहा समझता है।
' Some people are taking advantage of Hindus being too liberal so as not to take offence to any misinterpretation' –
Legendary Actor Puneet Issar speaks exclusively to @pradip103 on @IndiaNews_itv. Watch now – #AdipurushDebate @ImPuneetIssar @JMukadma #Adipursh pic.twitter.com/S2FchVmrGg
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) October 6, 2022
यह सब एक सुनियोजित PR प्लान है, क्योंकि फिल्म के निर्देशक को पता है , हिंदू धर्म में सर तन से जुदा की बात नहीं होगी। फिल्म के निर्माता को पता था कि अगर फिल्म पर बहस होगी तो एक पक्ष साथ देगा दूसरा पक्ष बैन की मांग करेगा, मीडिया वाले दिखाएंगे। मतलब यह सब पहले से की गई सुनियोजित साजिश थी।
हमारे भारत में हिंदू देवताओं का अपमान करना और हमारे देवी देवताओं को फिल्मों में अपनी तरीके से दिखाना इतना आसान हो गया है कि कोई कुछ भी कर रहा है। आज हम सब हिंदू इस पर बात करेंगे लेकिन कल यह फिल्म हिट हो जाएगी। प्रदीप भंडारी ने फिल्म निर्माताओं से अपील की है जहां पर भी हिंदू धर्म को ठेस पहुंची है उस सीन को बदला जाए।