राजस्थान के भीलवाड़ा में स्टांप पेपर पर लड़कियों की खरीद फरोख्त की खबर का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने वहां के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है। शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय और भयावह है। इस मामले में आयोग ने दो सदस्यीय टीम का गठन किया है जो प्रदेश में जा कर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।
शुक्रवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने राजस्थान के भीलवाड़ा की बेटियों के लिए आज का मुकदमा किया।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि,राजस्थान के भीलवाड़ा से जो जघन्य घटना सामने आई है उसने पूरे देशवासियों के दिल को झकझोर कर रख दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 8 से 18 साल की बच्चियों को नीलाम किया जाता था और अगर मना करती थी तो उनकी माताओं के साथ रेप होता था।
यह सब एक बड़ा रैकेट है जो यह सब करता था वो ही परिवारों पर कर्ज चलाता था और फिर कर्ज उतारने के लिए उनकी बेटियों को नीलाम करने के लिए ले जाता था। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह 2005 की घटना है सवाल यह नहीं है कि यह 2005 की घटनाएं सवाल यह है कि क्या आप यह गारंटी ले सकते हैं कि यह घटना अभी के राज में किसी भी जिले में नहीं हो रहा है?
NCPCR का मानना है कि यह बिना किसी सपोर्ट के नहीं हो सकता तो क्या इसमें नेता भी शामिल है, क्या गहलोत सरकार को इनके बारे में पता था? उससे भी बड़ी शर्मनाक बात यह है कि भीलवाड़ा की बेटियों के लिए न्याय की बात वह नेता नहीं कर रहे जो उन्नाव और कटवा में मोमबत्ती हाथ में लिए घूम रहे थे वह चुप्पी साधे क्यों हैं?