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प्रदीप भंडारी से एक्सक्लूसिव बातचीत में बोले तमिलनाडु बीजेपी चीफ अन्नामलाई, आतंकवाद पर ‘सॉफ्ट’ हैं CM एम के स्टालिन

कोयंबटूर प्लास्ट पर तमिलनाडु सरकार और जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर सवाल उठाने वाले तमिलनाडु बीजेपी चीफ के. अन्नामलाई ने कल प्रदीप भंडारी के शो जनता का मुकदमा पर एक्सक्लूसिव बातचीत में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर आतंकवाद के प्रति सॉफ्ट होने और एंटी हिंदू गतिविधियों पर सॉफ्ट होने का आरोप लगाया।

प्रदीप भंडारी के शो जनता का मुकदमा पर एक्सक्लूसिव बातचीत में अन्नामलाई ने कहा की ‘स्टालिन हमेशा से ही तुष्टिकरण और डिवाइड एंड रूल वाली राजनीति करते आए हैं, और वो हमेशा आतंकवाद और एंटी हिंदू गतिविधियों पर नर्म ही दिखाई देते हैं।’

अन्नामलाई ने आगे कहा की हमारे देश का ये बड़ा दुर्भाग्य है की यहां कट्टरपंथ की जड़ें काफी गहरी हो चुकी हैं, साथ ही उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा की मुख्यमंत्री को कुछ खबर ही नहीं है वो बाद तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं, वो एक आत्मघाती हमले को सिलेंडर फटने की घटना बता रहे हैं और वो आतंकवाद पर पूरी तरीके से सॉफ्ट हैं, उनके मंत्री, विधायक और सांसद भी बीच बीच में अलगाववाद की बात करते हुए नजर आते हैं।

 

प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने सरकार से प्रश्न करते हुए कहा था कि डीएमके 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आई थी और उसी के बाद से मुख्यमंत्री एम के स्टालिन गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, लेकिन उनके आने के बाद से राज्य की प्राथमिकताएं बदल गई हैं। इसके अलावा उन्होंने आशंका जाताते हुए कहा कि ये किसी प्रकार का ‘आत्मघाती हमला तो नहीं है’। यही नहीं अन्नामलाई के सवाल उठाने के बाद ही संदिग्धों की गिरफ्तारियां शुरू हुई। अतः इस बात में किसी भी तरह का संशय नहीं होना चाहिए कि यदि कोयंबटूर की घटना की जांच इतनी गहनता से की जा रही है और इस मामले पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है तो इसका पूरा श्रेय तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के अन्नामलाई को जाना चाहिए।

यहां ध्यान दी जाने वाली बात यह भी है कि जहां एक तरफ तमिलनाडु की कई स्थानीय पार्टियां और राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी AIADMK इस मामले को लेकर आवाज उठाने में कहीं भी दूर-दूर तक नहीं दिखायी देती, वहीं तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने इस मामले पर राज्य सरकार पर दबाव तो बनाया ही इसके साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र भी लिखा था। विपक्ष का तमगा लेकर आगे-आगे चलने वाली पार्टियों को तमिलनाडु भाजपा से तो सीखना ही चाहिए कि कैसे विपक्ष की भूमिका को पूरी जिम्मेदारी से निभानी होता है और कैसे तमिलनाडु जैसी अकर्मण्य सरकार पर दबाव बनाया जाता है।

क्या है मामला

चलिए अब मामले पर भी एक नजर डालते हैं। मौजूदा CCTV फुटेज के अनुसार रियाज, फिरोज और नवाज तीनों संदिग्धों को मुबीन की कार में 2 सिलेंडर और 3 ड्रम रखते हुए देखा गया था। इसके अलावा मोहम्मद थलका ने मुबीन और उसके एक रिश्तेदार को कार उपलब्ध कराई थी। इन सभी चीजों से अनुमान लगाया जा सकता है कि इस धमाके की प्लानिंग कितने बड़े स्तर पर की गई थी।

जानकारी के अनुसार कोयंबटूर सिलेंडर ब्लास्ट होने के बाद मुबीन के घर से 75 किलो पोटेशियम नाइट्रेट, चारकोल और एल्युमीनियम पाउडर मिला था। इसके आलावा एक कागज भी मिला जिस पर कोयंबटूर की पांच जगहों के नाम लिखे हुए थे, जिसमें कमिश्नरेट, कलेक्ट्रेट, विक्टोरिया हॉल, कोयंबटूर रेलवे स्टेशन और रेस कोर्स जैसी जगहों के नाम लिखे हुए थे।

बम बनाने की मंशा से घर में रखे थे विस्फोटक

कोयंबटूर के पुलिस कमिश्नर बालकृष्णन ने बुधवार को जानकारी देते हुए कहा कि मौके से मिले सामान का उपयोग कम विस्फोटक वाले बम बनाने में किया गया था। यही नहीं मुबीन के घर से 75 किलोग्राम विस्फोटक और कुछ खाली बक्से पाए जाने के बाद पुलिस ने कहा कि उसकी मंशा और ज्यादा बम बनाने की थी। इसके अलावा मोबाइल की जांच होने के बाद पता चला कि यूट्यूब पर उसने बम बनाने के लिए सर्चिंग की थी.

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Vipin Srivastava
Vipin Srivastava
journalist, writer @jankibaat1

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