इंडोनेशिया के बाली में हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन का आज दूसरा दिन है। इस दौरान जहां कई देशों के बीच अहम बैठकों का दौर जारी है वहीं प्रधानमंत्री मोदी भी आज जर्मनी, इटली, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के साथ द्विपक्षीय बैठक किया। वहीं इससे पहले आज सुबह पीएम मोदी ने G20 नेताओं के साथ बाली के मैंग्रोव वन का दौरा किया।
इंडोनेशिया ने आज बाली शिखर सम्मेलन के समापन के साथ ही अगले एक साल के लिए भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपी। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी20 की अध्यक्षता सौंपी। पीएम मोदी ने इस पर कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुखी होगी तथा देश ऐसे समय में यह जिम्मेदारी संभाल रहा है जब दुनिया भूराजनीतिक तनावों, आर्थिक मंदी एवं बढ़ती ऊर्जा कीमतों से जूझ रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया के बाली में जी20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद आज ही स्वदेश वापसी कर रहे हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने अपने दो दिवसीय दौरे पर दुनियाभर के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने अगले जी20 सम्मेलन के लिए पीएम मोदी को शुभकामनाएं भी दीं।
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो का कहना है कि जी20 घोषणापत्र में रूस-यूक्रेन को लेकर गहन चर्चा हुई थी। जी20 बाली घोषणापत्र में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर मतभेदों की बात स्वीकार करते हुए कहा गया कि अधिकांश सदस्यों ने इसकी कड़ी निंदा की है। घोषणापत्र के मुताबिक, अधिकतर सदस्यों का कहना है कि यूक्रेन युद्ध भारी मानवीय पीड़ा का कारण बना जिसने वैश्विक अर्थव्यवस्था में मौजूदा कमजोरियों को बढ़ाया। अधिकांश सदस्यों ने कहा कि यूक्रेन युद्ध से विकास बाधित हुआ, मुद्रास्फीति में वृद्धि हुई और ऊर्जा व खाद्य असुरक्षा बढ़ी।