हरियाणा के समालखा में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की आज से तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का शुभारंभ हो चुका है। आज सुबह समालखा स्थित सेवा साधना एवं विकास केंद्र परिसर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भारत माता को पुष्पांजलि अर्पित करने करने के पश्चात सभा की शुरुआत की। सभा में देश भर से संघ के स्वयं सेवक और संघ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे जो तीन दिनों तक चलने वाली इस सभा का हिस्सा बनेंगे और आगामी 14 मार्च को इस सभा का समापन संघ प्रमुख मोहन भागवत के संबोधन के साथ होगा।
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में मुख्य तौर पर संघ के पिछले एक वर्ष के कार्यों पर चर्चा एवं विवेचना होगी और उसी के आधार पर आने वाले वर्ष के लिए संघ के प्रचार और प्रसार की रणनीति बनाई जाएगी और उसको संपूर्ण करने के लिए स्वयं सेवकों एवं पदाधिकारियों को प्रशिक्षण मुहैया कराया जायेगा।
हजारों की संख्या में स्वयं सेवक सभा में मौजूद
समालखा स्थित सेवा साधना एवं विकास केंद्र के विशाल परिसर में इस सभा के लिए हजारों की संख्या में स्वयं सेवक देशभर से आए हुए हैं, हरियाणा प्रांत प्रचारक श्री राजेश जी ने जन की बात से बात करते हुए बताया की इन हजारों स्वयं सेवकों के रुकने एवं ठहरने की पूरी व्यवस्था संघ की ओर से इसी परिसर में की गई है, साथ ही सुरक्षा के भी सभी उपाय संघ की ओर से किए गए हैं, और किसी भी स्वयं सेवक या संघ प्रचारक को यहां अगले तीन दिन किसी भी प्रकार की अव्यवस्था का सामना नहीं करना पड़ेगा।
संघ सह सर कार्यवाहक ने दी सभा की जानकारी
आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के उद्घाटन के तुरंत बाद संघ सह सर कार्यवाहक डॉ. मनमोहन वैद्य ने मीडिया से बात करते हुए इस सभा के बारे में जानकारी साझा की।
उन्होंने कहा की संघ की शाखाओं में लगातार वृद्धि हो रही है, और हमारी कोशिश है की सभी जगहों पर आरएसएस की शाखा लगाई जाए और जहां रोजाना शाखा नहीं लग सकती वहां सप्ताह में एक बार शाखा का संचालन जरूर हो।
उन्होंने बताया की सभा में इस पूरे वर्ष का लेखा जोखा प्रस्तुत किया जायेगा फिर उसके परिणामों पर चर्चा होगी और आगे की रणनीति पर विचार किया जायेगा। मनमोहन वैद्य ने आगे कहा की भारत का सारा समाज एक है और संघ में सभी अपने हैं और सबका स्वागत है, शाखा का अभ्यास बेहद जरूरी है, इसी अभ्यास की वजह से ही कोविड़ के दौरान साढ़े 5 लाख स्वयं सेवकों ने लोगों की निरंतर मदद की, पिछले साल संघ की शखाओं में 6 हजार से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है, और 60 हजार एस ज्यादा जगहों पर संघ की रीच पहुंची है जिसे 1 लाख करने का लक्ष्य है। संघ सह सर कार्यवाहक डॉ. मनमोहन वैद्य ने आगे कहा की 2017 से 2022 के दौरान 7 लाख 25 हजार लोगों की ऑनलाइन रिक्वेस्ट संघ से जुड़ने के लिए आईं, जिसमे से ज्यादातर 25 से 30 साल के युवा हैं।
जन की बात की ओर से संघ में महिलाओं की भागीदारी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा की संघ में महिलाओं की भागीदारी को लेकर विचार चल रहा है।