प्रदीप भंडारी ने अपने एग्जिट पोल में बताया कि जेडीएस पार्टी पीछले चुनावों में कर्नाटक राज्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थी है। लेकीन इस चुनाव में जेडीएस का वोट बैंक बहुत ही कम हो गया है, इस बार के चुनाव परिणाम में जेडीएस को 14- 24 सीट ही मिलेंगे। हालांकि इसका एक बड़ा कारण है बीजेपी ने बहुत ही रणनीति के तहत जेडीएस के वोट बैंक में सेंधमारी कर ली है।
पीएम मोदी के रैलियों और जनसभाओं का जेडीएस के वोट बैंक पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है। बताते चलें की पीएम मोदी ने जेडीएस के वोट बैंक में जनवरी 2023 में उत्तरी कर्नाटक के पांच जिलों में घुमंतू लंबानी जनजाति के 52,000 से अधिक सदस्यों के लिए जमीन का मालिकाना हक देने वाले ‘हक्कू पत्र’ वितरण अभियान की शुरुआत की थी।
उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि ‘‘अब निराशाजनक माहौल बदल रहा है। मैं लंबानी माताओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनका बेटा दिल्ली में बैठा है।” कलबुर्गी, यादगिर, रायचूर, बीदर और विजयपुरा जिलों में लगभग 1,475 गैर-पंजीकृत बस्तियों को नए राजस्व गांवों के रूप में घोषित किया गया है।
अब आने वाला वक्त ही बताएगा कि जेडीएस किंग मेकर है या था, क्योंकि प्रदीप भंडारी के एग्ज़िट पोल से ये तो साफ हो गया है कि जेडीएस में अब वो दम नहीं दिखा।
बताते चलें कि बीजेपी सरकार ने कर्नाटक में इससे पहले अनुसूचित जाति को 15% आरक्षण मिल रहा था. इसके बाद, राज्य में भाजपा सरकार ने आरक्षण को 2% बढ़ाकर 17% कर दिया है।