केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वरिष्ठ अधिवक्ता रहे राम जेठमलानी की 100वीं जयंती पर पत्र लिखकर उनके पुत्र महेश जेठमलानी को राम जेठमलानी मेमोरियल लेक्चर सीरीज के चौथे संस्करण पर शुभकामनाएं दी। अमित शाह ने अपने पत्र के माध्यम से कहा कि वह ने केवल सर्वश्रेष्ठ एडवोकेटों में से एक रहे, परंतु एक चिंतक, विचारक, लेखक और राजनेता भी रहे।
अमित शाह ने आगे कहा, “जेठमलानी जी एक सर्वश्रेष्ठ एडवोकेट होने के साथ-साथ प्रमाणिक राजनेता भी थे। उन्होंने सदैव अपने अंतरात्मा की आवाज सुनी और सिर्फ वही किया जो उन्हें उचित लगा। इसी वजह से उन्हें कुछ आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा।”
अमित शाह ने आगे कहा, “राम जेठमलानी जी की लड़ाई सदैव उनके कानूनी जगत का ध्रुव तारा बनाए रखेगी। मेरे व्यक्तिगत जीवन में आए कठिन समय के दौरान भी मेरी न्याय की लड़ाई में उन्होंने जो मेरा साथ दिया, वह सदैव अविस्मरणीय रहेगा। महेश जेठमलानी जी, मैं चाहूंगा कि राम जेठमलानी द्वारा लिखित विविध विषयों पर उनके आर्टिकल्स को संकलित करें और पुस्तक के रूप में लाएं।”