चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि मौजूदा इंडिकेटर्स भारत की अर्थव्यवस्था की पॉजिटिव तस्वीर दिखा रहे हैं और वैश्विक चुनौतियों के बाद भी घरेलू अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। अशोका यूनिवर्सिटी में एक समारोह में नागेश्वरन ने आगे कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 25 के आंकड़े मई में उपलब्ध होंगे और मौजूदा इंडिकेटर्स संकेत दे रहे हैं कि विकास दर मजबूत रही है।
अनंत नागेश्वर ने मुताबिक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एजुकेशन और देश का स्किल्ड वर्कफोर्स विकास दर को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महंगाई को नियंत्रित रखते हुए व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखने की आवश्यकता है। साथ ही देश के आगे बढ़ने के साथ समावेशी विकास को टारगेट करना जरूरी है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में 2047 तक एक विकसित, उच्च आय वाला देश बनने के भारत के लॉन्ग टर्म आउटलुक पर चर्चा की। उन्होंने कहा, “पिछले तीन दशकों में भारत ने लगातार 6.5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर हासिल की है और मुझे लगता है कि यह एक प्रभावशाली उपलब्धि है। यह भारत में संस्थागत चपलता और परिपक्वता दोनों को दर्शाता है। साथ ही कहा कि वैश्विक उथल-पुथल भारत के लिए अवसर पैदा कर सकती है।”