पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों को पंजाब पुलिस ने ढेर कर दिया है। DGP के मुताबिक अटारी बॉर्डर के पास पुलिस ने एनकाउंटर में दोनों शूटरों को मारा है। यह मुठभेड़ कई घंटों चली और शाम तक पुलिस को सफलता मिली है. इस एनकाउंटर में शूटर जगरूप सिंह रूपा और मन्नू कुसा मारे गए हैं. साथ ही तीन पुलिसकर्मी घायल भी हो गए।
बुधवार को जनता का मुकदमा शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने सिद्धू मूसेवाला की मौत के पीछे पाकिस्तानी और खालिस्तानी साजिस पर बात की।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि, “हर मर्डर का एक मकसद होता है, उद्देश्य होता है, 52 दिन बाद पंजाब पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर मे दो गैंगस्टर रूपा और मन्नू कुसा को एक मुठभेड़ में मार गिराया है। पर आज सवाल कई है देश की जनता के मन में –
पहला सवाल ये है की दोनो गैंगस्टर पाकिस्तान बॉर्डर के करीब क्या कर रहे थे?
दूसरा, इनके पास AK 47 कहा से आई, किसने सप्लाई की?
तीसरा, 5 घंटे चले एनकाउंटर में इनको कोई OGW नेटवर्क बॉर्डर पर मदद कर रहा था ये जांच का विषय है।
चौथा, क्या पाकिस्तान आईएसआई इसमें शामिल हो सकती है?
पांचवा, क्या रिंडा को पाकिस्तानी आईएसआई का सिपाही है, और 2020 में हिंदुस्तान से पाकिस्तान भाग गया था, वह उनको हथियार सप्लाई कर रहा था?
छठा,क्या गैंग वॉर के बहाने असली सिद्धू मूसेवाला के षडयंत्र के पीछे की बड़ी साजिश को छुपाने की कोशिश की जा रही है? क्या शरद पार ये साजिश रची गई?
'Did Khalistani elements get #SidhuMooseWala killed to send a message that even a sympathiser who joins Indian politics isn't acceptable' –
Pradeep Bhandari fires blistering questions on Pak-Khalistan angle in his DALEEL on @IndiaNews_itv.#PakMoosewalaPlot @pradip103 pic.twitter.com/WEz7SuchXX
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) July 20, 2022
इन सभी जुड़े तारो को नज़र अंदाज़ किया जा रहा है और इसे गैंग वॉर का नाम दिया जा रहा था। इस पर बहस भी करनी जरूरी है और यह जांच का भी विषय है। 5 घंटे ये इनकाउंटर चला है, इनके पास से AK47 बरामद हुई है और इनके पास एक बैग भी मिला है। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है की उसमे आरडीएक्स हैं या नही।