8 फरवरी को दिल्ली की कुल 70 सीटों पर वोटिंग हुई, और 11 फरवरी को चुनाव के नतीजे आए, और जैसा की सबको उम्मीद थी, नतीज़ों में दिल्ली की 63 सीटों पर आम आदमी पार्टी तो बची हुई 7 सीटें भाजपा के खेमे में गयी।
ऐसे में दिल्ली चुनाव के 5 उन चेहरों पर सबकी निगाहें टिकी हुई थीं, जो इस चुनाव के बहुचर्चित चेहरे थे।
1- अरविंद केजरीवाल-
नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली के साथ ही पूरे देश की निगाहें टिकी हुई थीं। भाजपा ने केजरीवाल को चुनौती देने के लिए युवा चेहरे सुनील यादव को चुनावी मैदान में उतारा था। इस सीट पर सबसे अधिक 28 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। 11 फरवरी के नतीज़ों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल को 46,758 वोट पड़े जबकि भाजपा के सुनील यादव को 25,061 वोट।
2- मनीष सिसोदिया-
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस बार भी अपनी किस्मत पटपड़गंज विधानसभा सीट से हीं आज़माई। भाजपा ने मनीष सिसोदिया को चुनौती देने के लिए रवि नेगी को चुनावी मैदान में उतारा था, वहीं कांग्रेस ने लक्ष्मण रावत पर भरोसा जताया था। गिनती के समय कई चरणों तक भाजपा के रवि नेगी ने मनीष सिसोदिया पर बढ़त बनाई रखी। मगर अंतिम नतीज़ों में मनीष सिसोदिया ने 70,163 वोटों के साथ रवि नेगी को 3,207 वोटों से हरा दिया।
3- अलका लांबा-
दिल्ली चुनाव में इस बार चांदनी चौक विधानसभा सीट खूब सुर्खियों में रही। 2015 के चुनावी मुकाबले की तुलना में इस बार इस सीट पर उम्मीदवार तो वही लड़ रहे थे, लेकिन उनकी पार्टियां बदल गई थीं। पिछली बार आप के टिकट पर चुनाव जीतीं अलका लांबा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में थीं।तो उनका सीधा मुकाबला आप उम्मीदवार प्रहलाद सिंह साहनी से था जिन्होंने पिछला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। मतदान के दिन अलका लांबा की झड़प भी हुई थी, मगर नतीज़ों ने यहाँ भी आम आदमी पार्टी का साथ दिया। प्रह्लाद सिंह साहनी को 50,891 वोट मिले वहीं अलका लांबा को मात्र 3,881वोट मिले।
4) अमानतुल्लाह खान-
शाहीन बाग के कारण दिल्ली विधानसभा में सबसे अधिक चर्चित सीट ओखला सीट से आप के विधायक अमानतुल्लाह खान की पूरी साख दांव पर लगी हुई थी। मुस्लिम वोटरों के बाहुल्य वाली इस सीट पर कांग्रेस ने अपने बड़े चेहरे परवेज हाशमी को उम्मीदवार बनाया था वहीं भाजपा ने ब्रम्हा सिंह को टिकट दिया था। ओखला सीट पर उम्मीदवारों के साथ ही पार्टियों की साख भी दांव पर लगी हुई थी। चुनावी नतीज़ों में अमानतुल्लाह खान ने 1,30,367 वोट पा कर भाजपा के ब्रम्हा सिंह को 71,827 वोटों से हराया।
5) अरविंदर सिंह लवली-
दिल्ली कांग्रेस के बड़े नेता अरविंदर सिंह लवली गांधीनगर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में थे। चुनाव में उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार अनिल कुमार वाजपेयी और आप के दीप चौधरी से था। जन की बात ने अपने एग्जिट पोल में पहले ही इस सीट का अनुमान लगा दिया था, और नतीज़ों के दिन ऐसा ही हुआ, अरविंदर सिंह के अधिक वोट काटने की वजह से भाजपा को फायदा हुआ। और यहाँ से भाजपा के अनिल कुमार ने जीत हासिल की ,जबकि अरविंदर सिंह तीसरे नंबर पर रहे।