नितेश दूबे
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव कई विवादों से भरे रहे हैं चुनाव में शाहीन बाग भी मुद्दा बना तो केजरीवाल का विकास कार्य में मुद्दा होना आपको बता दें कि दिसंबर महीने में सीए बिल पास हुआ उसके बाद से दिल्ली के ओखला के शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं का धरना शुरू हुआ यह धरना दिल्ली चुनाव के खत्म होने के अंत तक चलता रहा इस दौरान इस धरने पर कई तरह के आरोप भी लगे और ऐसा आरोप लगाया गया कि यह धरना केजरीवाल द्वारा स्पॉन्सर्ड है और केजरीवाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस धरने का अंदरूनी तौर पर समर्थन कर रहे हैं वहीं पर कांग्रेस पार्टी पर भी धरने का सपोर्ट करने का आरोप लगा।
आप विधायक का सपोर्ट
आपको बता दें कि शाहीन बाग दिल्ली के ओखला विधानसभा क्षेत्र में आता है। जहां से विधायक आम आदमी पार्टी के अमानतुल्लाह खान है। अमानतुल्लाह खान पर कई तरह के आरोप भी लग चुके हैं और उनके ट्वीट से ऐसा प्रतीत होता है कि मुसलमानों के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। आपको बता दें जब दिल्ली में शाहीन बाग बना और चुनाव के बाद तक के जारी रहा तो इसका आरोप लगाकर केजरीवाल पर लगा। आरोप लगा कि वो शाहिन बाग को सपोर्ट कर रहे हैं अपने विधायक अमानतुल्लाह खान के जरिए।
मनीष सिसोदिया ने एक बार एक टीवी चैनल कार्यक्रम में स्वीकार भी किया था कि वे शाहीन बाग के साथ में खड़े हैं। हालांकि इसके बाद पार्टी को चुनाव में घाटे की आशंका दिखाई दी। इसके बाद पार्टी ने इस मुद्दे पर फिर कभी बयान नहीं दिया और पार्टी इस मुद्दे पर चुप रही। इसे बीजेपी ने भी मुद्दा बनाया और बीजेपी ने शाहीन बाग का प्रचार खूब किया। हालांकि इसका असर भी हुआ और बीजेपी को अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने में मदद मिली। हालांकि बीजेपी 5 सीटें ही पिछली बार से अधिक जीत पाई लेकिन बीजेपी को वोट प्रतिशत बढ़ाने में मदद मिली।
अनुराग ठाकुर का बयान चर्चा का विषय
आपको बता दें कि दिल्ली चुनाव में अनुराग ठाकुर का बयान भी चर्चा का विषय बना। जिसमें उन्होंने एक बार कहा था कि देश के गद्दारों को ,गोली मारो…. को।
इसके बाद विपक्ष ने उनके ऊपर काफी तीखे हमले किए और कोर्ट में भी उन पर प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया। क्योंकि उनके इस बयान के बाद कुछ ही दिन बाद धरना स्थल पर एक युवक ने गोली चलाई थी। जिसके बाद विपक्ष ने आरोप लगाया था कि युवक ने ऐसा अनुराग ठाकुर के बयान के उकसावे में आने के बाद किया था।