दिल्ली चुनाव का बिगुल भारतीय जनता पार्टी ने 22 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से फूंका था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केजरीवाल सरकार पर काफी निशाना साधा था। प्रधानमंत्री ने दिल्ली के पानी, बस ,मेट्रो साथ ही साथ अवैध कालोनियों को नियमित करने जैसे मुद्दों पर भी बोला था। प्रधानमंत्री ने एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल पर भी इस रैली में बयान दिया था। प्रधानमंत्री के इस रैली के बाद विपक्ष ने भी बीजेपी को खूब घेरा और अमित शाह पर काफी प्रहार विपक्ष ने किए थे।
क्या बोला था प्रधानमंत्री मोदी ने।:-
*एनआरसी की चर्चा तक नहीं*
आपको बता दें कि दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 दिसंबर 2019 को धन्यवाद रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एनआरसी और नागरिकता संशोधन बिल पर भी सरकार की राय रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस रैली में कहा था कि अभी तक उन्होंने ना ही कैबिनेट में, ना ही संसद में एनआरसी जैसे मुद्दों पर चर्चा की है। प्रधानमंत्री ने इस रैली में यह भी कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार अभी तक सिर्फ आसम में एनआरसी कराई गई है। प्रधानमंत्री का बयान ऐसे वक्त पर आया था जब विपक्ष देशभर में एनआरसी और सीएए को लेकर के प्रदर्शन कर रहा था और सरकार को अपने निशाने पर ले रहा था। प्रधानमंत्री के इस बयान तक शाहीन बाग में धरना प्रदर्शन शुरू भी हो चुका था जो कि दिल्ली की चुनावी राजनीति में काफी चर्चा का विषय बना।
धन्यवाद रैली में प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद विपक्ष ने देश के गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा था। विपक्ष ने कहा कि गृहमंत्री और प्रधानमंत्री के बयान में भिन्नता है। प्रधानमंत्री अगर कह रहे हैं कि एनआरसी पर चर्चा नहीं हुई तो गृह मंत्री संसद में कैसे बोल देंगे कि एनआरसी की प्रक्रिया जारी है और वह एनआरसी करेंगे। जबकि प्रधानमंत्री ही बोल रहे हैं कि अभी तक कैबिनेट की बैठक में भी इस पर चर्चा नहीं हुई है।
प्रधानमंत्री के बयान के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सरकार को निशाने पर लिया। ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री भिन्न बयान दे रहे हैंतो कौन किसको विश्वास मे ले। निश्चित ही जनता इसका फैसला करेगी।