जन की बात के फाउंडर प्रदीप भंडारी ने की उदय फाउंडेशन के राहुल वर्मा से खास बातचीत
सवाल नंबर 1- कितने लोगों की टीम आपके साथ काम करती है और आपकी फाउंडेशन के साथ कैसे जुड़ा जाए?
प्रदीप जी वैसे तो हम काफी समय से लोगों की सहायता कर रहे हैं परंतु इस कोरोना के विकट समय में हम सब को एक साथ आकर लोगों की सहायता करनी चाहिए । इसवक्त हमारी टीम में वॉलिंटियर्स के साथ साथ दिल्ली पुलिस के जवान भी शामिल है। हम लोग कॉल पर भी सहायता करते हैं। हमारे नंबर पर जब कोई कॉल आती है तो हम उस व्यक्ति को ड्राई राशन देते हैं साथ ही डेली बेसिस पर खाद्य सामग्री का वितरण किया जाता है हमसे जुड़ने के लिए उदय फाउंडेशन से जुड़ने के लिए आप डायरेक्ट उदय फाउंडेशन के ट्विटर हैंडल पर जाकर डीएम कर सकते हैं उदय फाउंडेशन के द्वारा हर दिन 2 से 3 टन राशन की वितरण किया जाता है।
सवाल no 2:- पुलिस किस तरह से ग्राउंड पर आपकी मदद कर रही है?
हम पहले से ही पुलिस के साथ काम करते आ रहे हैं मुसीबत के समय में पुलिस हर वक्त हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहती है।लो रोड पर 500 से 600 लोगों को भोजन खिलाने में दिल्ली पुलिस के जवान हमारी बहुत अधिक सहायता कर रहे हैं। साथ ही हमारे वॉलिंटियर्स भी इसमें बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।
सवाल no3:- पुलिस की सहायता लेने के लिए कैसे संपर्क किया जाए?
वैसे तो आजकल हर तरह से सभी लोग अपने अपने अनुसार सहायता कर रहे हैं। पुलिस से सहायता लेने के लिए आप सो नंबर पर डायल कर सकते हैं। वह 112 नंबर पर भी डायल कर सकते हैं सभी नंबरों पर कभी भी कॉल कर लेने से आपको तुरंत राहत व सहायता दे दी जाएगी।
सवाल no 4:- covid way ऑफ लाइफ में इकोनॉमिक डिस्ट्रिक्ट पर आपकी क्या राय?
हम लोग लगातार 10 साल से डिजास्टर्स पर काम कर रहे हैं जब भी कोई ऐसी विपदा आती है हम लोग लोगों की सहायता करते हैं। मेरा यह मानना है कि इस काम को रोकने की कोई तय सीमा नहीं है।ऐ नहीं है कि 3 मई के बाद आप राहत सामग्री व लोगों की सहायता करना बंद कर दें। क्योंकि खाद्य वितरण लगातार चालू रहना चाहिए जब तक कि लोगों को उचित कमाई का साधन ने मिल जाए।
सवाल no 5:- इस पूरे सफर में आप कैसे अपने आप का ध्यान रखते हैं?
इस सफर के दौरान में गाड़ी में ही अपना सारा सामान लेकर चलता हूं। जैसे ब्लर्ब्स मास्क सैनिटाइजर हर वक्त इसका इस्तेमाल किया जाता है सबसे जरूरी बात जो मैं बोलना चाहूंगा वह यह है कि हमें मेंटल हेल्थ का अच्छे से ख्याल रखना चाहिए।
प्रदीप जी मैं आपके माध्यम से यह कहना चाहता हूं कि हमें राहत सामग्री के साथ-साथ लोगों के मोबाइल में भी रिचार्ज करने की सेवा करनी चाहिए और मैं समझता हूं कि यह बीड़ा आप स्वयं खुद उठाएं।
सबसे बड़ी बात
प्रदीप भण्डारी:- राहुल जी मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि यह आपने बहुत बड़ी बात बोली है। जिम्मा मैं खुद पर्सनली उठाऊंगा मुझे जहां भी जरूरतमंद कोई व्यक्ति मिलेगा मैं उसके फोन रिचार्ज की व्यवस्था स्वयं करूंगा।