राज्य में 2 मई 2021 को चुनावी नतीजे आने के बाद एक बार फिर ममता बनर्जी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हो गई और इसी दौरान बंगाल में हुई हिंसा. जिसमें कई लोगों की जानें गई, घर तोड़े गए और महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले भी सामने आए.
जनता का मुकदमा के पहले एपिसोड में प्रदीप भंडारी ने बंगाल हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता अविजीत सरकार के लिए आवाज उठाई थी और इसी के साथ जनता का मुकदमा के सेकंड एपिसोड में बंगाल गैंगरेप पीड़िता “गीता” के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं.
कार्यक्रम के दौरान सामूहिक रेप मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेता सुजाता मंडल ने कहा की- “ऐसा लग रहा है मानो देश में सिर्फ बंगाल में ही ऐसा हो रहा है. मैं लड़की हूं और लड़की का दर्द समझती हूं लेकिन आप मीडिया वाले उत्तर प्रदेश में तो कुछ नहीं दिखाते हो”. सुजाता आगे कहती हैं कि “महिला का बलात्कार हुआ जो गलत था लेकिन बलात्कार टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने किया यह कैसे पता” .
हालांकि इस मौके पर मौजूद तमाम पैनलिस्ट ने टीएमसी नेता सुजाता मंडल की काफी आलोचना की और साथ ही इस मामले पर न्याय की मांग की.
कार्यक्रम के एंकर प्रदीप भंडारी ने इस पूरे मामले को लेकर कई सवाल खड़े करें. भंडारी ने कहा कि क्या पुलिस बलात्कार पीड़ितों को डरा रही है. क्या बंगाल हिंसा हिंदुओं के खिलाफ सोची-समझी साजिश थी. आखिर बलात्कारियों और आरोपियों को कौन बचा रहा है. भंडारी ने आगे कहा कि है यह डिबेट संविधान को समर्पित है क्योंकि हर व्यक्ति को जीने का अधिकार है. आर्टिकल 21 के अनुसार इंसाफ मिलना जरूरी है और आर्टिकल 376 कहता है कि अगर किसी महिला के साथ बलात्कार होता है तो पुलिस इस मामले पर एफआईआर करती है लेकिन बंगाल पुलिस कहां है,कहां है एफआईआर.
कार्यक्रम जनता का मुकदमा का आज दूसरा एपिसोड टेलीकास्ट हुआ जिसका हैशटैग #BengalRapeHorror रखा गया था, 80 हजार से ज्यादा लोगों ने ट्वीट कर इस शो को पूरे देश में नंबर वन पर ट्रेंड करवाया।