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प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मान्यता देना देश के लिए प्रेरणा का कुंम्भ है: बीजेपी महासचिव तरुण चुग

विपिन श्रीवास्तव, जन की बात

कल 14 नवंबर 2021 की शाम 6 बजे जन की बात पर भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में आयोजित एक खास प्रोग्राम में प्रदीप भंडारी के साथ भारतीय जनता पार्टी के महासचिव तरुण चुग और भारतीय जनता पार्टी के नेता तुहिन सिन्हा जुड़े। दरअसल आज यानी 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा के 147वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में आयोजित ‘जनजातीय गौरव दिवस’ को भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान के दिवस के रूप में घोषित करने जा रहे हैं। इसी मौके पर आज की शाम आयोजित इस खास प्रोग्राम में दोनो वक्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बिरसा मुंडा की पहचान और सम्मान को सहेजने के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में प्रदीप भंडारी से खास बातचीत की। साथ ही तुहिन सिन्हा द्वारा बिरसा मुंडा के जीवन पर लिखित किताब ‘दी लीजेंड ऑफ बिरसा मुंडा’ का ट्रेलर भी लॉन्च किया।

सबसे पहले तो जन की बात के फाउंडर प्रदीप भंडारी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि: ‘सच ही मेरा एकमात्र साथी है और जब भी राष्ट्रहित, जन हित और देश हित की बात आती है तो मैं किसी तरह के दिखावे में विश्वास नही करता। सच्चाई ये है कि हमारी सभ्यता हजारों सालों से विश्व की सबसे महान सभ्यता है। हमें जो आजादी मिली है वो किसी एक कि वजह से नही बल्कि हजारों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से मिली है। लेकिन ये दुख की बात है कि इतने सालों से हमें जो इतिहास पढ़ाया गया है वो सिर्फ कुछ लोगों के इर्द गिर्द ही पढ़ाई गयी है।  अब भारत मे यह चेतना जागी है की हमारे असली नायकों को पहचानना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए और इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी सबसे बड़ा बदलाव लेकर आये हैं।

आगे बीजेपी महासचिव तरुण चुग ने प्रदीप भंडारी से बात करते हुए बताया की देश का कोना कोना वीरों और क्रांतिकारियों से भरा पड़ा है। मगर ये हमारे लिए दुख की बात है कि हमारी इस पीढ़ी को इतिहास में भगवान बिरसा मुंडा के बारे में पढ़ाया ही नही गया। भगवान बिरसा मुंडा की पहचान को देश के सामने रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामने आना पड़ा है। जब 2014 में नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बनते हैं तब जाकर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को पहचान मिलती है।

कांग्रेस पर तंज कसते हुए तरुण चुग ने कहा कि: ‘आजादी की लड़ाई का सारा श्रेय सिर्फ एक ही परिवार को दिया जाता है, हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, खेल रत्न सब उस परिवार के नाम पर है। मैं मानता हूं कि उनका भी योगदान रहा है मगर आप भगवान बिरसा मुंडा, सरदार भगत सिंह, राम प्रसाद बिस्मिल, रानी लक्ष्मी बाई, तात्या टोपे, जैसे क्रांतिकारियों को भूल नही सकते।

मोदी जी के प्रयासों के बारे में बात करते हुए तरुण चुग ने कहा: ‘श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 15 नवंबर 1875 में जन्मे भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को 15 नवम्बर 2021 में ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मान्यता देकर जो काम किया है वो हम सब के लिए प्रेरणा का एक कुंम्भ है। अमृत महोत्सव का कार्यक्रम जो प्रधानमंत्री ने शुरू किया है उसके जरिये ऐसे ऐसे नायकों की गाथा टीवी और रेडियो के माध्यम से आती हैं। जिनके परिवारों ने देश के लिए अपने आप को न्यौछावर कर दिया उन सभी को मेरा सलाम है। देश अपनी आजादी का 75वां साल मना रहा है और हमें अपने एक एक नायक को याद करना है। उन नवजवानों के पराक्रम और त्याग से ही आज के नवजवानों को सीखना है की लड़ाई अभी बाकी है। प्रधानमंत्री ने इस लड़ाई में एक सेनापति के रूप में आज पूरे विश्व मे भारत के गौरव को खड़ा किया है और ये हम सब के लिए प्रेरणा की बात है ।

आगे उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा: ‘मैंने अपनी आंखों से देखा है की पहले के प्रधानमंत्री न्यू यॉर्क जाते थे तो वहां के अखबारों में दो लाइन भी नही छपती थी। लेकिन आज भारत का प्रधानमंत्री विदेश में कहीं भी हो मीडिया सिर्फ उनकी ही बात करती है। मैंने तो खुद बराक ओबामा के मुह से सुना है कि प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका में उपस्थिति किसी हॉलीवुड के स्टार की उपस्थिति के जैसा है जो सब कुछ कर सकता है। ऐसे शब्द हमारे बारे में इससे पहले कभी किसी ने नही कहे। हमें तो हमेशा सपेरों और गरीबों का देश कहा गया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के गौरव और इच्छाशक्ति को जगाने का काम किया है।’

इसके बाद ‘दी लीजेंड ऑफ बिरसा मुंडा’ किताब के लेखक और बीजेपी के प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा किये जा रहे प्रयासों के बारे में प्रदीप भंडारी से बात करते हुए कहा: ‘पिछले सात सालों से ये नरेटिव बिल्कुल बदल गया है की हमारे इतिहास की किताबों में सिर्फ मुगल काल का ही ज़िक्र आता था और इसका सबसे ज्यादा श्रेय हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। ये हमारे वो योद्धा है जिनकी बातें कभी किताबों में नही होती थी जबकि आज़ादी की लड़ाई में इनका योगदान हमारे जो मुख्य क्रांतिकारी रहे हैं उनसे कहीं भी कमतर नही है। प्रधानमंत्री जी ने जब लगातार बिरसा मुंडा के बारे में बात करनी शुरू की तब मुझे खुद महसूस हुआ कि मैं तो खुद उसी इलाके से आता हूं। आज मैं पूरी ज़िम्मीदरी के साथ कह सकता हूं कि 1857 हमारी आजादी की पहली लड़ाई नही थी। हमारी आजादी की पहली लड़ाई 1767 में शुरू हुई जब रघुनाथ महतो ने पहली बार अंग्रेजों के खिलाफ आवाज़ उठाई। आज जो प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात उठाई है कि बिरसा मुंडा का जन्मदिवस ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा मुझे लगता है बिरसा मुंडा जी के 150वें जन्मदिवस की गिनती आज से शुरू हो गयी है और आने वाले तीन सालों में बिरसा मुंडा के जीवन की और बहुत सी बातें सामने आएंगी ।

जन की बात के इस खास प्रोग्राम को आप ऊपर दिए हुए वीडियो लिंक पर देख सकते हैं और इस मुद्दे पर आप ट्विट्टर के माध्यम से अपनी राय हमसे साझा कर सकते हूं। हमारा ट्विटर हैंडल @jankibaat1 है।

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