पश्चिम बंगाल में एक बार फिर हिंसा की खबर है। कोलकाता के मोमिनपुर इलाके में बीती रात हिंसा हो गई। घटना के बाद दो समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया। बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने घटना को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है और तत्काल कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने गृह मंत्रालय से केंद्रीय बल तैनात करने का आग्रह किया है।
सोमवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इसी मुद्दे पर आज का मुकदमा किया।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि, कोलकाता के मोमिनपुर, खिदिरपुर इलाके में जहां 80% से ज्यादा मुस्लिम समुदाय रहता है वहां कट्टरपंथियों ने हिंदुओं पर कोजागरी लक्ष्मी पूजा के दिन हमला किया, उनकी गाड़ियां तोड़ी, उनके घर को जलाया, उनकी महिलाओं पर हमला किया, पेट्रोल बम फेंके, लाठी-डंडे पेट्रोल बम से पूरे इलाके में हिंसा फैलाई।
लेकिन आज हैरानी की बात यह है कि कोलकाता के इतने बड़े दंगों पर सेक्यूलर मीडिया शांत है। ममता सरकार ने इस मामले पर अभी तक चुप्पी साधी हुई है पर मैं आज आपके सामने पांच ऐसे सवाल और तथ्य रखूंगा जिससे यह साबित हो जाएगा कि यह हिंदू विरोधी दंगे पहले से सुनियोजित तरीके से रचे गए और यह हिंदुओं के खिलाफ एक बहुत बड़ा षड्यंत्र है।
पहला तथ्य पुलिस मौके पर 3 घंटे बाद क्यों पहुंची तब तक दंगा भड़क चुका था। दूसरा तथ्य कुछ लोगों जिन्होंने घटना को देखा उन्होंने यह बताया कि जब दंगे हो रहे थे तो उस जगह की लाइट चली गई थी जबकि कोलकाता में कोई ऐसी इलेक्ट्रिसिटी प्रॉब्लम नहीं थी। तीसरा तथ्य कुछ लोगों का तो यह भी दावा है कि बाहर से 67 टैक्सी में लोग भर-भर के आए जिनके हाथों में लाठी डंडे थे और वह अपने साथ पेट्रोल के बड़े बड़े डिब्बे भी लाए थे और उन्होंने दुकानों में आग भी लगाई। चौथा तथ्य यह दंगे कल रात शुरू नहीं हुए थे इस दंगे परसो शाम 7:30 बजे से ही शुरू हो गए थे। उसके बावजूद भी एरिया में पुलिस की कोई तैनाती नहीं हुई। पांचवां तथ्य मीडिया को आज इन दंगों पर वोटिंग करने से पुलिस ने क्यों रोका था।
Pradeep Bhandari presents hard facts on #KolkataRiots debate.
Watch him expose the pre-planned conspiracy behind Anti Hindu Riots in Bengal on @JMukadma on @IndiaNews_itv.#MamataBanerjee #WestBengal @pradip103 pic.twitter.com/uFrLnR5V7h— Jan Ki Baat (@jankibaat1) October 10, 2022
देश अभी तक 2 मई 2021 को हुए हिंदू विरोधी दंगों को नहीं भूला है, कोलकाता में लक्ष्मी पूजा के दिन हुए दंगे 1946 नोआखली के हिंदू विरोधी दंगों की याद दिलाता है जब हजारों हिंदुओं को इस्लामिक झुंड ने एक हफ्ते तक मारा था।