कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी ने कर्नाटक चुनाव का पोल आज Asianet Suvarna पर प्रस्तुत किया।
जन की बात के पोल के हिसाब से कर्नाटक में लिंगायतों के बीच 70% अन्य पार्टियों की तुलना में भाजपा को पसंद करते हैं।
बीजेपी कर्नाटक चुनाव 2023 में लिंगायत वोटों को मजबूत कर रही है। कर्नाटक की राजनीति में लिंगायत संप्रदाय का काफी प्रभाव माना जाता रहा है। ऐसा कहा जाता है कि लिंगायत समुदाय का मूड ही ये तय करता है कि प्रदेश में किसके हाथ में सत्ता की चाबी जाएगी।
लिंगायत संप्रदाय का दो फीसदी आरक्षण बढ़ाकर बीजेपी ने अपना वोट बैंक पक्का कर लिया है।कर्नाटक में लिंगायतों की आबादी तकरीबन 18 फीसदी है, जो 110 विधानसभा सीटों पर सीधा असर डालते हैं। लिंगायतों की 102 उपजातियां हैं। इनमें से 16 उपजातियों को ओबीसी का दर्जा मिला है।
जन की बात के पोल के आंकड़ों के मुताबिक भाजपा को 98 से 109 सीटें मिल सकती हैं कांग्रेस को 89 से 97 सीटें मिल सकती हैं। अगर जेडीएस की बात करें तो यह 25 से 29 सीटों पर सिमट सकती है। मालूम हो कि कर्नाटक में विधानसभा की कुल 224 सीटें हैं।