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पीएम मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड का लोगों को बेसब्री से इंतज़ार, कई जिंदगियों में आये बड़े बदलाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अप्रैल को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित करेंगे. ये इस कार्यक्रम का 100वां एपिसोड होगा. इसको लेकर बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज प्रसार भारती द्वारा आयोजित ‘मन की बात @100’ सम्मेलन का उदघाटन करेंगे. दिनभर चलने वाले इस कार्यक्रम का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो संबोधन के 100वें संस्करण के मौके पर प्रसार भारती द्वारा किया जा रहा है.

इन सत्रों में फिल्म अभिनेता आमिर खान और रवीना टंडन, पुडुचेरी की पूर्व उप राज्यपाल किरण बेदी, संगीतकार रिक्की केज, खिलाड़ी निकहत जरीन और दीपा मलिक, किस्सागो नीलेश मिस्रा, उद्यमी संजीव भीकचंदानी तथा टीवी मोहनदास पई आदि हिस्सा ले रहे हैं. जिनका जिक्र ‘मन की बात’ के संस्करणों में किया गया था.

सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने ये जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी हर महीने देश के लोगों को ‘मन की बात’ बताते हैं। इस दौरान वो समाज में कुछ रचनात्मक या नया करने वाले लोगों और संस्थाओं का जिक्र करते हैं। अभी तक पीएम ने 500 व्यक्तियों और 250 संस्थाओं का जिक्र किया है। इनमें से 105 लोगों को इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होने जा रहा है। चंद्रा ने बताया कि उपराष्ट्रपति धनखड़ दो किताबों का लोकार्पण करेंगे। पहली पुस्तक पिछले 99 एपिसोड में शामिल कुछ अहम व्यक्तित्वों और उनके कामों पर आधारित होगी। दूसरी किताब कॉफी टेबल बुक के तौर पर समाज में कुछ नया एवं रचनात्मक करने वाले लोगों की सक्सेस स्टोरीज और मन की बात के जमीन पर पड़े असर पर आधारित होगी। वहीं, समापन समारोह के दौरान गृह मंत्री शाह 100 रुपये के स्मारक सिक्के और एक स्मारक डाक टिकट जारी करेंगे।

मन की बात @100 पर होगी राष्ट्रीय संगोष्ठी

उदघाटन सत्र के बाद प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ संबोधनों में उठाये गए विविध मुद्दों को रेखांकित करते हुए चार सत्रों का आयोजन किया जाएगा. इसमें एक सत्र ‘नारी शक्ति’, दूसरा सत्र ‘विरासत का उत्थान’, तीसरा सत्र ‘जन संवाद से आत्मनिर्भरता’ और चौथा सत्र ‘आह्वान से आंदोलन’ पर होगा।

मुख्य अतिथि – जगदीप धनखड़, भारत के उपराष्ट्रपति और विशिष्ट अतिथि – अनुराग ठाकुर, सूचना एवं प्रसारण और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री होंगे.

100वें एपिसोड का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने मन की बात में कई बार बाजरे का जिक्र किया है… आप सभी जानते हैं कि अगले रविवार मन की बात अपना शतक पूरा कर लेगी, यह 100वीं कड़ी होगी।” अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा, “मन की बात भारत के लोगों की विशेषताओं को उजागर करने और देश की विशिष्टता की प्रशंसा करने का एक बहुत अच्छा मंच बन गया है।” उन्होंने कहा, “आपकी तरह मुझे भी 100वें एपिसोड का बेसब्री से इंतजार है।”

23 करोड़ नियमित श्रोता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 23 करोड़ नियमित श्रोता हैं एक रिपोर्ट में ये सामने आया है, प्रधानमंत्री के रेडियो शो मन की बात को देश भर में नियमित रूप से 23 करोड़ लोग सुनते हैं. जबकि देश में ऐसे लोगों की संख्या 100 करोड़ से अधिक है जिन्होंने कम से कम एक बार इस कार्यक्रम को सुना हो. जबकि लगभग 41 करोड़ सामयिक श्रोता हैं. IIM के सर्वे में इसका खुलासा हुआ है. इस सर्वे में कहा गया है कि पीएम के संबोधन को हिंदी भाषा में सुनने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है. 65 फीसदी श्रोता ऐसे हैं जो चाहते हैं कि पीएम ‘मन की बात’ में अपना संबोधन हिंदी में ही दें.

‘मन की बात’ की लोकप्रियता

‘मन की बात’ कार्यक्रम टीवी, मोबाइल और रेडियो तीनों ही प्लेटफार्म पर खासा लोकप्रिय है। 44.7 प्रतिशत लोग इसे टीवी पर और 37.6 मोबाइल पर और शेष रेडियो पर सुनते हैं। टीवी पर कार्यक्रम को सुनने वाले लोगों में 62 प्रतिशत 19 से 34 साल की उम्र के हैं, जो इस कार्यक्रम के युवाओं में लोकप्रियता को दिखाता है। श्रोताओं में 65 फीसद हिंदी और 18 फीसद अंग्रेजी में इस कार्यक्रम को सुनते हैं

मन की बात से लोगों की जिंदगियों में आया बदलाव

एक स्टडी के अनुसार मन की बात सुनने वाले 73 फीसदी लोग देश की प्रोग्रेस और सरकार की वर्किंग को लेकर ऑप्टिमिस्टिक हैं। उन्हें लगता है कि देश सही दिशा में जा रहा है। 60 प्रतिशत लोगों में राष्‍ट्रनिर्माण के कार्यों में योगदान देने का जज्बा पैदा हुआ। सरकार के प्रति आम भावना का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सर्वे के अनुसार 63 फीसदी लोगों का रवैया सरकार के प्रति पॉजिटिव हुआ। 59 फीसदी लोगों को लगता है कि ‌उनका भरोसा सरकार पर बढ़ा है। 55% लोगों ने कहा कि वे देश के जिम्मेदार नागरिक बनेंगे। 58% श्रोताओं ने कहा कि उनकी लिविंग कंडीशंस में सुधार हुआ है।

पीएम मोदी को पावरफुल नेता मानते हैं लोग

मन की बात की लोकप्रियता के पीछे के कारणों की भी स्टडी की गई। इसमें पता चला कि मोदी को लोग पावरफुल और फैसले लेने वाला नेता मानते हैं जो दर्शकों के साथ भावनात्मक जुड़ाव स्थापित करने के लिए बोलता है। PM को जनता ज्ञानी और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण रखने वाला नेता मानती है। लोगों के साथ सीधे जुड़ाव और गाइडेंस देने के कारण भी लोग इस कार्यक्रम से जुड़ाव महसूस करते हैं।

11 विदेशी भाषाओं में भी होता है ब्रॉडकॉस्ट

CEO द्विवेदी ने बताया कि 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा मन की बात 11 विदेशी भाषाओं में ब्रॉडकॉस्ट किया जाता है। इनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों द्वारा किया जा रहा है।

PM का मन की बात 3 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ था और हर महीने के अंतिम रविवार को सुबह 11 बजे ब्रॉडकॉस्ट/ टेलिकॉस्ट किया जाता है। 30 मिनट का कार्यक्रम 30 अप्रैल 2023 को 100 एपिसोड पूरे कर रहा है।

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Vipin Srivastava
Vipin Srivastava
journalist, writer @jankibaat1

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