दिल्ली सेवा बिल को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल हमेशा दावा करते आ रहे थे कि अगर ये बिल लोकसभा और राज्यसभा में लाया जाता है तो, वह एकजुट विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच का आगामी 2024 चुनाव के लिए सेमीफाइनल मैच होगा।
अंततः लोकसभा के बाद दिल्ली सेवा बिल आज राज्यसभा से भी पास हो गया है। इस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन लोगों ने देखा कि आम आदमी पार्टी को दिल्ली में हराना बहुत मुश्किल है। सीधे-सीधे चार चुनाव बीजेपी आम आदमी पार्टी से हारी है। जब इन्हें लगा कि आम आदमी पार्टी को हराना मुश्किल है तो चोर दरवाजे से इन्होंने ऐसा किया। पीएम नरेंद्र मोदी को अहंकार हो गया। सीएम ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं मानते। जनता ने साफ कहा था कि केंद्र दिल्ली में दखल न दे, लेकिन पीएम जनता की बात नहीं सुनना चाहते।
बताते चलें कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार विधेयक 2023 को सरकार ने 3 अगस्त को लोकसभा में पेश किया था। उसी दिन विपक्षी गुट INDIA के सदस्यों के वॉकआउट के बावजूद यह बिल सदन से पास हो गया। 7 अगस्त को यह बिल राज्यसभा से भी पास हो गया। दिल्ली सर्विस बिल संसद के दोनों सदन से पास हो गई है।
जोरदार बहस के बाद ये बिल राज्यसभा में पास हो गया। इस बिल के पक्ष में 131 वोट पड़े। वहीं, विरोध में 102 वोट पड़े। सरकार को अनुमान से जितने वोट मिलने थे उससे दो वोट ज्यादा उसके पक्ष में पड़े हैं।
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि दिल्ली भ्रष्टाचार मुक्त करना चाहते हैं। बिल का एक भी प्रावधान गलत नहीं है। दिल्ली सीमित अधिकारों वाला प्रदेश है। दिल्ली कई मायनों में दूसरे प्रदेशों से अलग हैं। सुप्रीम कोर्ट के किसी फैसले का उल्लंघन नहीं है। दिल्ली की व्यवस्था ठीक करने के लिए ये बिल लाया गया है।