दिल्ली में आप के 20 विधयकों की सदस्यता रद्द होने के बाद दिल्ली की जनता के दिल की बात जानने हम पहुंचे लक्ष्मी नगर विधानसभा के अंदर जहां हमने की आप की बात यानी जन की बात, जन के साथ। आप को बता दें कि, दिल्ली की 20 विधानसभा में से लक्ष्मी नगर भी एक ऐसी सीट है जहां के विधायक को आफिस ऑफ प्रॉफिट के चलते उनकी सदस्यता रद्द की गई।
लक्ष्मी नगर विधानसभा के विधायक नितिन त्यागी को लाभ के पद पर रहने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लक्ष्मी नगर विधानसभा में 2015 में हुए चुनाव में 56.51 पर्सेंट वोटिंग हुई थी। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को 22,397 वोटों से जीत हासिल हुई थी। इस इलाके में अनधिकृत नियमित कॉलोनियां – 85 पर्सेंट,
एप्रूव्ड कॉलोनियां – 5 पर्सेंट,
स्लम – 4 पर्सेंट,
अर्बन विलेज – 2 पर्सेंट और
अन्य – 4 पर्सेंट है।
हमारी टीम लक्ष्मी नगर की जनता से सरकार के कामकाज और उनके विधायक द्वारा तीन साल में किये गए कामों के बारे में बात करने पहुंची तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने सबसे पहले ये बताया कि अधिकतर लोग तो विधायक जी का चेहरा भी नहीं पहचानते।
वहीं आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने बताया कि आम आदमी पार्टी की सरकार के आने के बाद से दिल्ली में सरकारी अस्पतालों और सरकारी विद्यालयों की स्थित में काफी सुधार हुआ है। इस पूरे विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो आम आदमी का यही कहना है कि सरकार में कोई भी रहे हमें बस समय समय पर मिलने वाली सरकारी सुविधाएं मिलती रहें।
अगर हम विधानसभा उपचुनाव की दृष्टि से बात करें तो इस बार के चुनाव में फैक्टर के रूप में विकास का मुद्दा सामने आने वाला है।
वैसे तो स्थानीय विधायक के मुताबिक लक्ष्मी नगर सीट पर इस बार भी विकास ही मुख्य मुद्दा रहेगा, लेकिन बिजली पानी के बढ़ते बिल, पीने के साफ पानी की दिक्कत, पार्किंग की समस्या, महंगाई और व्यापारियों से जुड़े कुछ प्रमुख मुद्दे भी चुनाव के दौरान वोटिंग पर असर डालेंगे। हाल में इस विधानसभा क्षेत्र की 15 अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित किया गया है। ऐसे में इन कॉलोनियों में विकास व अन्य मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता का मुद्दा भी रहेगा। अगर इस बार उपचुनाव होते हैं तो लक्ष्मी नगर सीट पर कब्जे के लिये सभी राजनैतिक पार्टियां जीत के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाएंगी।