नितेश दूबे, जन की बात
जब देश पर कोरोना जैसी महामारी का संकट आया तो इससे बचाव में सबसे पहले सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं ने लगभग हर प्रदेश में जरूरतमंदों को राशन और जरूरी सेवाएं देना प्रारंभ कर दिया। संघ के स्वयंसेवक 24 मार्च से ही युद्ध स्तर पर राहत कार्य में जुटे हुए हैं। इस दौरान कई संघ विरोधियों ने भी संघ की तारीफ की है। दिल्ली में सेक्स वर्कर्स भी जब राशन की कमी से परेशान होने लगी तब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने उन तक राशन पहुंचाने का कार्य शुरू किया।
करीब 1 लाख स्वयंसेवक जुटे है कार्य में
जरूरतमंदों को राशन और जरूरी सुविधाओं को पहुंचाने के लिए संघ के करीब 1 लाख स्वयंसेवक जुटे हुए हैं और संघ प्रतिदिन करीब 10 लाख लोगों की सेवा कर रहा है। संघ अपने संगठन सेवा भारती के माध्यम से देशभर के ज्यादातर मंदिरों में खाना भिजवा रहा है जिसे गरीबों के बीच में वितरित किया जा रहा है। यही नहीं संघ के स्वयंसेवक मास्क और सैनिटाइजर बांटने का भी काम कर रहें है जबकि जरूरत पड़ने पर दवाई देने का भी काम कर रहा है।
2 अप्रैल को शाम को खबर आई कि दिल्ली में मौजूद सेक्स वर्कर्स के पास राशन खत्म हो गया है। 3 अप्रैल को सुबह ही संघ करीब 300 राशन किट लेकर पहुंच गया और वहां पर जरूरतमंदों को राशन वितरित किया। यही नहीं ,संघ ने मास्क भी भिजवाया और जरूरतमंदों को दिया। इसके साथ ही संघ ने 28 अप्रैल से ही लोगों के घर-घर जाकर लोगों को समझाया। ताकि लोग पलायन ना करें और संघ ने भरोसा दिलाया कि संघ उनके साथ खड़ा है।