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जन की बात ऑनलाइन सर्वे- कोरोना काल के दौरान ममता बनर्जी से लोग संतुष्ट नहीं।

नितेश दूबे,जन की बात

आपको बता दें कि देशभर में इस वक्त कोरोना का प्रकोप चल रहा है। राज्य सरकारें और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही हैं। इस दौरान कई ऐसी राज्य सरकारें भी हैं जिन्होंने कोरोना काल में काफी अच्छा काम किया है तो कई सरकारों के कारण वहां की आम जनता भी कोरोना काल में परेशान हुई है। जन की बात ने भी कोरोना काल के दौरान कई ऐसे सर्वे किए जिसमें हमने पाया कि किस राज्य की सरकार बेहतर काम कर रही है। हमारे एक सर्वे के दौरान ओडिशा देश का सबसे अच्छा राज्य कोरोना के दौरान काम कर रहा था जबकि बंगाल ने सबसे खराब काम किया। इसी क्रम में हमने एक और ऑनलाइन सर्वे किया और यह सर्वे पश्चिम बंगाल के ऊपर था। हमने इस सर्वे में पूछा कि क्या ममता बनर्जी कोरोना काल के दौरान अच्छा काम कर रही हैं? आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही जन की बात के फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी बंगाल के क्वॉरेंटाइन सेंटर और वहां पर लोगों को क्या सुविधा मिल रही है इसकी ग्राउंड रिपोर्ट से आपको रूबरू कराए थे।

ममता के फैसलों से लोग संतुष्ट नहीं

आपको बता दें कि हमने सर्वे में पूछा कि क्या ममता सरकार के फैसलों से लोग संतुष्ट हैं? इस पर ऑनलाइन सर्वे के अनुसार अधिकतर लोगों ने नही कहा। आपको बता दें कि इस सर्वे में 1521 लोगों ने भागीदारी की जबकि 95% लोगों ने कहा कि वह ममता सरकार के फैसले से खुश नहीं हैं। जबकि 5% लोगों ने कहा कि वे ममता सरकार के फैसले से संतुष्ट हैं।

ध्यान हो कि हमने करीब एक महीना पहले एक सर्वे किया था जिसमें सभी राज्यों के लोगों से फोन कर पूछा था कि ममता सरकार और देश की अन्य राज्य सरकारें कोरोना काल के दौरान कैसा काम कर रही हैं? इस दौरान बंगाल से जो उत्तर आया था वह चौंकाने वाला था। बंगाल कोरोना काल के दौरान सबसे खराब काम करने वाला राज्य था।

प्रदीप भंडारी ने भी की ग्राउंड रिपोर्ट

आपको बता दें कि अभी 2 दिन पहले ही जन की बात के फाउंडर प्रदीप भंडारी पश्चिम बंगाल की ग्राउंड रिपोर्ट दर्शकों के सामने लाए थे। इस ग्राउंड रिपोर्ट में जन की बात की टीम ने पाया कि बंगाल के क्वॉरेंटाइन सेंटर की स्थिति काफी बुरी है। कहीं पर लोग घास पर सोने को मजबूर हैं तो वहीं लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में आए 7 से 10 दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक इनको सरकार से कोई भी सुविधा नहीं मिली है। ना ही किसी डॉक्टर ने आकर कुशल क्षेम पूछा है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बंगाल में कोरोना का इलाज कैसे हो रहा है और लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर में कैसे रह रहे हैं।

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Sombir Sharma
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Sombir Sharma - Journalist

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