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जानिए क्यों केरल के सी.एम. पिनाराई विजयन से जुड़ रहे है  सोने की तस्करी के तार?

केरल के त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर 5 जुलाई को कस्टम विभाग के अफसरों ने लगभग 30 किलो सोना जब्त किया था। बाजार भाव के अनुसार सोने की कीमत लगभग 14 करोड़ रुपए आंकी गई है। यह सोना त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर यू.ए.ई कांसुलेट के एक कंसाइनमेंट में डोर लॉक, टायर, स्पीकर और आयरन रॉड में छुपा कर लाया जा रहा था।

क्या है यू.ए.ई कनेक्शन?

कस्टम विभाग द्वारा पकड़ा गया सोना त्रिवेंद्रम में स्थित यू.ए.ई के कांसुलेट जा रहा था। वियना कन्वेंशन के तहत कोई भी देश किसी भी देश में आने वाले पार्सल को बिना उस देश के एंबेसी और कांसुलेट के अधिकारियों को बुलाए बिना चेक नहीं कर सकता। इसीलिए कस्टम विभाग के अधिकारियों ने पहले विदेश मंत्रालय को इसकी सूचना दी, जिसके बाद यू.ए.ई के अधिकारियों को बुलाकर कंसाइनमेंट खोला गया। जिसके बाद कस्टम विभाग ने तस्करी के लिए लाया गया सोना कंसाइनमेंट से बरामद किया। आपको बता दें कि यह कंसाइनमेंट यू.ए.ई कांसुलेट के एक पूर्व पब्लिक रिलेशन ऑफीसर सरिथ के नाम था। इस घटना पर यू.ए.ई ने कोई हाथ होने से साफ मना कर दिया। जिसके बाद यू.ए.ई के बड़े अधिकारी राशिद हमीद ने भारत छोड़ दिया।

कैसे आया केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का नाम?

 

जब यू.ए.ई के पूर्व पब्लिक रिलेशन ऑफिसर सारिथ से पूछताछ की गई। सरिथ यूएई काउंसलेट के वही अधिकारी है, जिनके नाम कंसाइनमेंट आया था। पूछताछ करने पर सरिथ ने स्वप्ना सुरेश को इस तस्कर गिरोह की सरगना बताया था।

स्वप्ना सुरेश केरल स्टेट इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड में बिज़नेस मैनेजर डेवलपमेंट के पद पर तैनात थी। यह कंपनी केरल के इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग के अंतर्गत आती है। वर्तमान में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के अंतर्गत आता है। इस मामले के सामने आते ही मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेट्री और आईटी विभाग के सेक्रेटरी एम शिवशंकर को 1 साल के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया।

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