एक तरफ जहां पूरे देश में राम मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां हो रही है। वहीं अब राम मंदिर निर्माण की तिथि को लेकर एक नई तरह की बहस की शुरुवात हो गई है। राम मंदिर निर्माण को लेकर निर्धारित की गई 5 अगस्त की तारीख को लेकर ज्योतिषाचार्य व संत समाज में मतभेद होता दिखाई दे रहा है।
वहीं इस पूरे प्रकरण में अब राजनीतिक हस्तक्षेप ने आग में घी का काम किया है। आपको बता दें कि, आगामी 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण को लेकर शिलान्यास का कार्यक्रम तय किया गया है। जिसमे पीएम मोदी के शामिल होने की बात कही जा रही है।
साथ ही अन्य गणमान्य अतिथियों का भी इसके अंदर आना के लिए निमंत्रण दिया जा रहा है। परंतु इस पूरे मामले के बीच मंदिर निर्माण की तारीख पर एक बहस छिड़ गई है। जिसके तहत कुछ विद्वानों का कहना है कि, राम मंदिर निर्माण के लिए तय की गई तारीख शुभ घड़ी नहीं है। यह अशुभ घड़ी के अंदर किया जाने वाला कार्य है।
जिसके बाद जन की बात के सीईओ प्रदीप भंडारी ने अयोध्या में जगद्गुरु स्वामी दिनेश आचार्य (हरिधाम पीठ) जी से मुलाकात की..
मुलाकात के दौरान उन्होंने तारीख पर बने इस विवाद से जुड़े कुछ सवाल जगद्गुरु स्वामी दिनेश आचार्य से किए।
जिसके जवाब में आचार्य जी ने कहा कि तारीख मानव के लिए होती है भगवान के लिए हर एक तिथि मंगल तिथि होती है। उस में कहीं पर भी अशुभ मंगल का कोई भी शंशय नहीं होता है।