अमन वर्मा
बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना रनौत के मुंबई कार्यालय में बीएमसी के विध्वंस अभियान पर रोक लगाने का आदेश दिया है। बीएमसी के खिलाफ कंगना की याचिका पर बुधवार सुबह सुनवाई हुई और उसी के बाद, विध्वंस की कवायद पर विराम लगा दिया। मगर हैरानी की बात ये है की बीएमसी ने कोर्ट के फैसले का इंतजार भी नहीं किया और कंगना के घर पर बुल्डोजर से हमला।
इससे पहले, बीएमसी ने कंगना के कार्यालय पर औचक निरीक्षण किया था और उन्हें “अवैध परिवर्तनों” का हवाला देते हुए एक नोटिस जारी किया गया था, बीएमसी द्वारा विध्वंस अभियान पर निशाना साधते हुए, कंगना रनौत ने ट्विटर पर पोस्ट किया था, “मेरे घर में कोई अवैध निर्माण नहीं है, सरकार ने भी 30 सितंबर तक कोविड काल में किसी भी विध्वंस पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब बॉलीवुड देखो कि यह फासीवाद जैसा दिखता है”।
मुंबई अपने घर पहुंचने के बाद कंगना ने एक वीडियो साझा किया है, इस वीडियो में कंगना महाराष्ट्र सरकार की क्रूरता पर कहा “आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा। वक़्त हमेशा एक जैसा नहीं होता है, आज मुझपर हुई कार्रवाई के बाद मुझे कश्मीरी पंडितों के साथ क्या हुआ था, इस बात का एहसास हुआ है।” कंगना के वकील ने मीडिया को बताया है की बीएमसी की तोड़फोड़ से कंगना के घर पर करोड़ों रुपए का सामान नष्ट हो गया है। वीडियो में कंगना ने आगे कहा है की “पहले उन्होंने अयोध्या पर फिल्म बनाने की सोच रखी थी मगर अब मै कश्मीरी पंडितों पर भी फिल्म बनाऊंगी, उन लोगों पर को अत्याचार हुए हैं वो सबको दिखाऊंगी।”
वहीं कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी ट्वीट कर के बीएमसी की करवाई को बदले की भावना से प्रेरित बताया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा की मुंबई में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है।