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मुज़फ्फरनगर के बाद आज कुरुक्षेत्र में खाप की महापंचायत; हो सकता है बड़ा फैसला; राकेश टिकैत भी रहेंगे मौजूद

दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों को हटा दिया, लेकिन अभी कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ उनका आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। खाप पंचायतें पहलवानों के समर्थन में आ गई हैं। गुरुवार को यूपी के मुजफ्फरनगर के ऐतिहासिक सोरम गांव में खाप ने बड़ी पंचायत की, तो वहीं आज हरियाणा के कुरुक्षेत्र में खाप पंचायत होगी। इस बैठक में पहलवानों के आंदोलन को लेकर चर्चा की जाएगी।

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में खाप महापंचायत होगी। किसान नेताओं का कहना है पहलवानों के आंदोलन को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। कुरुक्षेत्र में आयोजित महापंचायत की अध्यक्षता सूबे सिंह समैण करेंगेश्योरण खाप, महिला सर्व जातीय सर्व खाप, समैण खाप, धनखड़ खाप, संगरोहा खाप व अन्य खापों के साथ-साथ किसान नेता राकेश टिकैत, अमरजीत मोहडी, सुखविंदर सिंह ऑलख सहित तमाम किसान नेता भी इस महापंचायत में शिरकत करेंगे।

वहीं महिला पहलवानो के पक्ष में बालू खाप ने बड़ा फैसला करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के जनसंवाद कार्यक्रम का विरोध करेंगे। इसके अलावा बालू खाप ने ऐलान किया है कि जब तक महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिलता तब तक भाजपा-जजपा के नेताओं की एंट्री बैन रहेगी और उनका कोई भी राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होने दिया जाएगा। बालू खाप ने अन्य खापों से भी इस तरह के फैसलों के लिए आग्रह करेंगे।

बीते गुरुवार को किसान राकेश टिकैत ने कहा कि खाप महापंचायत के सदस्य महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप का सामना कर रहे भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। भारतीय किसान यूनियन की तरफ से यहां बुलाई गई खाप महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि शुक्रवार को कुरुक्षेत्र में महापंचायत की बैठक में इस मुद्दे पर आगे चर्चा की जाएगी।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रपति और सरकार से मुलाकात के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई पर कोई फैसला नहीं होता है, तो महापंचायत अगला कदम उठाएगी। बता दें कि विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवान अपने समर्थकों के साथ हरिद्वार में गंगा जी में अपना मेडल विसर्जित करने पहुंचे थे। हालांकि इस दौरान किसान नेता नरेश टिकैट ने पहलवानों को समझा-बुझाकर रोक लिया। इसके बाद पहलवानों ने पूरे मामले से संबंधित अधिकारियों को 5 दिन का अल्टीमेटम दिया।

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