केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और राष्ट्रीय महासचिव बी.एल. संतोष ने बीते सोमवार देर रात दिल्ली में नवनिर्मित आवासीय बीजेपी सह कार्यालय में बैठक की। पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी के शीर्ष तीन नेताओं ने ताकत और कमजोरियों का आकलन करने और उन्हें दूर करने के तरीकों पर मंथन किया। सूत्रों ने यह भी कहा कि राज्य में जीत की चुनौती हो या न हो, पार्टी को अपनी पूरी ताकत से चुनाव लड़ने की जरूरत है, इस बात पर भी बातचीत हुई।
हालांकि यह बैठक अचानक हुई थी, इसलिए बैठक के एजेंडे के बारे में कुछ सटीक जानकारी नहीं मिल रही है।लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों, पार्टी की तरफ से चलाए जा रहे विशेष जनसंपर्क अभियान और पार्टी के विस्तार अभियान, खासतौर से मिशन साउथ को लेकर चर्चा हुई है। इस बार बीजेपी उत्तर भारत समेत दक्षिण भारत में भी अच्छा प्रदर्शन कर केंद्र की सत्ता में वापसी करना चाहती है।
पार्टी में कई लोगों का मानना है कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, पार्टी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगी, अगर राज्य जीते जाते हैं, तो इससे राज्य सरकार बनाने और फिर चुनाव लड़ने में मदद मिलती है।
बीते रविवार देर रात दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुलाकात की थी। इस बैठक में राज्य की राजनीति को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। बैठक में तय हुआ है कि आगामी सभी चुनाव बीजेपी और शिवसेना गठबंधन में लड़ेंगे। इन चुनाव में लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकाय के चुनाव शामिल हैं।