लोकसभा में आज अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले ही सदन में भारी शोरगुल देखने को मिला। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के एक बयान के बाद गृह मंत्री अमित शाह काफी नाराज हो गए।
बताते चलें कि गौरव गोगोई ने पीएम के सीट की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बीजेपी दफ्तर के अंदर में क्या-क्या बात हुई हम भी बताएं क्या? पीएम मोदी आपके दफ्तर के अंदर क्या-क्या बोलते हैं? गोगोई ने कहा कि हम सबकी विश्वसनीयता बनाकर रखते हैं। अगर ऐसी परंपरा शुरू होती है तो हम भी बाहर आपकी बात रख सकते हैं। आप संसदीय मंत्री हैं, आप अपना कर्तव्य याद रखिए।
इसी बात पर गृह मंत्री अमित शाह भड़क गए। उन्होंने इसे काफी गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि ये बताना चाहिए क्या पीएम मोदी क्या बोलते हैं। ये गंभीर मुद्दा है। कोई भी नेता ऐसे ही अनाप-शनाप नहीं बोल सकता है।
हालंकि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बीच-बचाव किया। उन्होंने कहा कि जिसका कोई तथ्य और सत्य नहीं हो, ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। अहम विषय पर चर्चा कर रहे हैं। हम सभी सदन की परंपराओं के अनुसार बोलें। अविश्वास प्रस्ताव एक गंभीर प्रस्ताव है। उसकी गंभीरता को ध्यान में रखें।
गोगोई ने कहा प्रधानमंत्री ने संसद में न बोलने का मौन व्रत ले रखा है। इसलिए उनकी चुप्पी तोड़ने के लिए हमें अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। हमारे पास उनसे तीन सवाल हैं- 1) वे आज तक मणिपुर क्यों नहीं गए? 2) आख़िरकार मणिपुर पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लग गए और जब वे बोले तो सिर्फ़ 30 सेकंड के लिए? 3) पीएम ने अब तक मणिपुर के सीएम को बर्खास्त क्यों नहीं किया?
बताते चलें कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब 10 तारीख को पीएम मोदी देंगे। मोदी सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा तीन दिन तक होगी। वहीं इस चर्चा के दौरान बीजेपी की ओर से पांच मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमन, स्मृति ईरानी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और किरेन रिजीजू सहित और 10 सांसद बहस में हिस्सा लेंगे। इन सांसदों में निशिकांत दुबे, राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, रमेश बिधूड़ी, हिना गावित शामिल हैं।