Voice Of The People

नूंह दंगों पर प्रदीप भंडारी की रिपोर्ट सोशल मीडिया पर टॉप ट्रेंड, सच दिखाने के लिए लोगों ने की सराहना

नूह में 31 जुलाई को हुए दंगे की असली सच्चाई दिखाने के लिए सोशल मीडिया पर लोग प्रदीप भंडारी की खूब सराहना कर रहे हैं। दरअसल नूह दंगों में 31 जुलाई को कट्टरपंथियों द्वारा मारे गए हिंदुओं के पीड़ित परिवार की आवाज बने प्रदीप भंडारी ने नूह में कट्टरपंथियों की असलियत को बेनकाब कर दिया है। प्रदीप भंडारी की ये रिपोर्ट इस वक्त सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी हुई है।

प्रदीप भंडारी ने सोमवार को नूह दंगे में कट्टरपंथियों की नफरत का शिकार बने बागपत के 32 वर्षीय बजरंग दल कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा के परिवार से मुलाकात की और बात की। प्रदीप सिंह के परिवार और दोस्तों ने 31 जुलाई का जो भयानक सच बताया वो दिल दहला देने वाला था।

प्रदीप भंडारी की इस रिपोर्ट में न सिर्फ कट्टरपंथियों की हैवानियत का काला सच सामने आया बल्कि नूह दंगे के पॉलिटिकल कनेक्शन का भी खुलासा हुआ। जिसमे AAP के एक स्थानीय नेता जावेद खान का नाम सामने आया है।

सोशल मीडिया पर टॉप ट्रेंड

प्रदीप शर्मा के परिवार से बातचीत की रिपोर्ट सामने आते ही X (Twitter) पर टॉप ट्रेंड हो गई। 2 घंटे के भीतर ही इस रिपोर्ट को लेकर 10 हजार से ज्यादा ट्वीट किए गए। पूरी रिपोर्ट को खबर लिखे जाने तक सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए 1 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (Twitter) पर लोग नूह दंगों का सच दिखाने के लिए प्रदीप भंडारी सराहना कर रहे हैं।

राइट विंग पत्रकार अजीत भारतीय ने लिखा “प्रदीप भंडारी जी ने पीड़ित परिजनों से हमें अवगत कराया। ‘जन की बात’ ने कई ऐसी कहानियाँ बताईं जो हम नहीं जान पाते।”

हिंदू एक्टिविस्ट मिस्टर सिंह ने लिखा “यह बहुत हृदय विदारक है! ऐसी कहानियों को छुपाने के लिए ही ट्विटर पर इस्लामवादी आपको जले हुए तकिए वाला वह मुस्लिम आदमी दिखा रहे हैं। इस कहानी को दिखाने के लिए प्रदीप भंडारी को धन्यवाद।”

समीर ने लिखा “लुटेरी दलाल मीडिया इसे छुपाने के लिए जले हुए कंबल और तकिए की तस्वीरें दिखा रहा है!

भगवान का शुक्र है की प्रदीप भंडारी जैसे पत्रकार भी हैं, जो दिखाते हैं कि वास्तव में क्या हुआ था और उनकी भयावह साजिश का पर्दाफाश करते हैं।

SHARE
Vipin Srivastava
Vipin Srivastava
journalist, writer @jankibaat1

Must Read

Latest