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आखिर ऐसा क्या राज छुपा है पश्चिम बंगाल की आदिना मस्जिद में जिसके चलते स्थानीय लोग इसे मस्जिद नही मंदिर कहतें है?देखिए हमारी ये खास पड़ताल

कौशिक, जन की बात

कोरोना काल में जन की बात व प्रदीप भंडारी लगातार देश के तमाम हिस्सों से कोरोना से संबंधित तमाम तरह की जानकारियां आप तक पहुंचाते रहे हैं। इसी दौरान दिल्ली से शुरू हुआ बंगाल तक का सफर भी आपने प्रदीप भंडारी के साथ विस्तार से देखा है।

पश्चिम बंगाल के इस सफर में एक तरफ जहां राज्य सरकार की कोरोना से लड़ने की नाकामियां दिखाई दीं वहीं सफर के दौरान हमें एक ऐसी रोचक ऐतिहासिक जानकारी भी मिली जिसे सुनकर और देखने के बाद हम आश्चर्यचकित रह गए।

यह जानकारी हम आपके साथ भी शेयर करना चाहते हैं। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में स्थित आदिना स्थान पर एक ऐतिहासिक स्थल हमें दिखाई दिया। स्थानीय लोगों द्वारा मिल रही जानकारी और उनके द्वारा बताई गई ऐतिहासिक जानकारी की माने तो उनके अनुसार पूर्व में यह आदिनाथ भगवान शिव व विष्णु को समर्पित एक भव्य मंदिर था। लेकिन वर्तमान में यह अदीना मस्जिद के नाम से जाना जाता है। हालांकि यह सिर्फ स्थानीय लोगों की मान्यता है कि कभी यहां आदिनाथ भगवान शिव का मंदिर था।

स्थानीय लोगों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रतिवर्ष यहां पर मुस्लिम समुदाय के द्वारा एक आयोजन भी करवाया जाता है। वहीं अब यह एक टूरिस्ट प्लेस के रूप में जाना जाता है। आइए हम आपको दिखाते हैं कि जब हमने आदिना मस्जिद के अंदर प्रवेश किया तो हमने क्या देखा?

 

जब अदीना मस्जिद के अंदर प्रवेश किया तो मुख्य द्वार से अंदर जाते हुए राइट साइड की दीवारों पर हमें कुछ कलाकृतियां दिखाई दी। ध्यान से देखने पर वह आकृतियां भगवान गणेश की प्रतिमा जैसी थी।

यही नही मस्जिद के अंदर प्रवेश करने के बाद वहां पर आपको एक कब्र जैसा आपको देखने को मिलेगा। उसके ठीक साथ में आपको एक भवन जैसा दिखेगा जिसके अंदर आपको एक खंडित मूर्ति भी दिखाई देगी। स्थानीय लोगों की माने तो उनके अनुसार पूर्व में यहां पर मां काली का एक मंदिर हुआ करता था।

वहीं मस्जिद के विशाल प्रांगण के अंदर जब आप घूमेंगे तब आपको वहां पर एक खंडित शिवलिंग जैसा भी कुछ दिखाई देगा जिसके चित्र हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं।

वहीं जब मस्जिद से बाहर निकलते हुए आप आएंगे तो गेट के ऊपर मूर्तियां दिखाई देंगी जो की खंडित अवस्था में इस वक्त मौजूद है। आपको स्पष्ट रूप से दिखाई देगा कि इस द्वार के ऊपर अवश्य किसी न किसी की मूर्ति कभी रही होगी।

सिर्फ इतना ही नहीं बहुत से अन्य ऐसे और भी प्रमाण है जो आपके दिमाग में सैंकड़ों सवाल उतपन्न कर सकते है कि क्या सच में वर्तमान में स्थित आदिना मस्जिद भूतकाल में कोई आदिनाथ मंदिर था?

खैर यह तो इतिहासकारों और शोधकर्ताओं की जांच का विषय है। हमने आपके सामने वही बातें रखी जो स्थानीय लोगों ने बताई और हमने अपनी आंखों से देखीं।

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Sombir Sharma
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Sombir Sharma - Journalist

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