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भारत में आईपीओ की गति में तेजी देखी जा रही, जानिए क्या है कारण

बैंक ऑफ अमेरिका के वैश्विक पूंजी बाजार के भारत प्रमुख सुभ्रजीत रॉय ने कहा है की राज्यों के चुनाव के नतीजे उम्मीद से अधिक सकारात्मक थे और निवेशकों को लोकसभा चुनाव के लिए अधिक आश्वस्त किया है, जिससे आत्मविश्वास बहुत बढ़ा है।

कम से कम पांच कंपनियां अगले साल भारत में लिस्टिंग से 500 मिलियन डॉलर या उससे अधिक जुटाने की योजना बना रही हैं, जिनमें सॉफ्टबैंक द्वारा समर्थित तीन – ओला इलेक्ट्रिक, रिटेलर फर्स्टक्राई और फूड डिलीवरी फर्म स्विगी शामिल हैं।

बताते चलें कि ऋणदाताओं से लेकर दवा निर्माताओं और प्रौद्योगिकी कंपनियों तक, एक दर्जन से अधिक अन्य लोगों ने राज्य चुनाव परिणामों के बाद आईपीओ पर तैयारी का काम तेज कर दिया है।

नोमुरा इंडिया के इक्विटी पूंजी बाजार प्रमुख महेश नटराजन ने कहा है की जारीकर्ता मौजूदा बाजार धारणा का लाभ उठाने के लिए अपनी लिस्टिंग टाइमलाइन पर गति बढ़ा रहे हैं। पाइपलाइन में सौदों की संख्या पिछले साल की तुलना में कई गुना बढ़ गई है।

भारत का बाजार बेंचमार्क सेंसेक्स इस साल लगभग 17% ऊपर है और जनवरी 2018 के बाद से अपने सबसे लंबे समय तक जीतने के बाद, पिछले सप्ताह तक लगातार सात हफ्तों तक बढ़ने के बाद एक रिकॉर्ड पर खड़ा है।

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Chandan Kumar Pandey
Chandan Kumar Pandeyhttp://jankibaat.com
Chandan Pandey has 5 year+ experience in journalism field. Visit his twitter account @Realchandan21

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